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द्वीप में असभ्यों का दुबारा उपद्रव।


फ़्राइडे का बाप, और छः विश्वासी नौकर। हम लोगों की संख्या अल्प थी सो तो थी ही, उस पर अस्त्रों की कमी और भी असुविधा दे रही थी। हमारे दल में सब के पास यथेष्ट अस्त्र-शस्त्र न थे। भृत्यों को बन्दूक़ें नहीं दी गई थीं। उन लोगों के हाथ में सिर्फ एक एक खंजर था। दो स्त्रियाँ युद्ध-क्षेत्र से किसी तरह विमुख न हुई। वे धनुष-बाण ले, कमर कस कर, युद्ध करने के लिए तैयार हो गई। उनकी कमर में एक एक खंजर भी था।

स्पनियर्डों के सर्दार इन थोड़े से सिपाहियों के सेनापति हुए और अँगरेज़ों में जो सबसे बढ़कर बदमाश था वह सहकारी सेनापति नियत हुआ। उसका नाम विल एटकिंस था। वह अत्यन्त क्रूर और अन्यायी होने पर भी खूब बहादुर था। वह छः मनुष्यों के साथ एक झुरमुट के भीतर छिप रहा। जब असभ्य उस झुरमुट के सामने से होकर निकलेंगे तब वह उन पर आक्रमण करेगा। असभ्य लोग सिंहनाद करते, उछलते-कूदते हुए हम लोगों पर आक्रमण करने के लिए चले आ रहे थे। जब असभ्यों की कुछ संख्या झुरमुट से कुछ आगे निकल आई तब एटकिंस ने अपने दल के तीन व्यक्तियों को उन पर गोली बरसाने का हुक्म दिया। उन्होंने एक एक बन्दूक में छः छः सात सात गोलियाँ भर कर चलाई। असभ्यों के दल में कितने ही हत और कितने ही आहत हुए। वे सब के सब भौंचक से खड़े हो रहे। उनके आश्चर्य और भय की सीमा न रही। एकाएक इस प्रकार भीषण शब्द होने और अकारण अपने साथियों के मारे जाने की बात पर वे लोग आपस में मिलकर कोलाहल कर ही रहे थे कि एटकिंस आदि तीन व्यक्तियों ने फिर गोली मार कर कितनों ही को धराशायी कर दिया। इसी