चढ़ा लिया गया। अब से वह कुछ कुछ हम लोगों की बात मानने लगा।
जहाज़ मज़े में जा रहा है। किन्तु प्रिय सेवक फ़्राइडे के वियोग से मेरे चित्त में चैन नहीं। मैंने बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ समुद्र में उसको प्रवाह किया। उसके मृतशरीर को भली भाँति कपड़े से ढँक कर और उसे एक बक्स में बन्द कर समुद्र में डाल दिया। उसके सम्मानार्थ ग्यारह बार तोप दागी गई। इसके बाद सभी चुप हो रहे। मेरे परम विश्वासी, प्रीति-भाजन, स्वामिभक्त, कर्तव्यनिष्ठ, निश्छल, सत्यशील और सहृदय भृत्य की जीवन-लीला समाप्त हुई। ऐसा सत्सेवक सौभाग्य से ही किसीको मिलता है। आज बार बार मैं अपने मन में यों कहने लगा
बहुत दिनों में भ्रम़ण कर लौटे हम निज गेह।
हाय हमारा भृत्य वह चला गया तज देह॥
क्रूसो का फिर ब्रेज़िल में आना
बारह दिन समुद्रयात्रा करने के बाद हम लोगों ने अमेरिका का उपकूल देखा। इसके चार दिन बाद हम लोगों ने ब्रेज़िल पहुँच कर लंगर डाला। यह वही जगह थी जहाँ से मेरे सौभाग्य और अभाग्य की सूचना आरम्भ हुई थी।
हम लोग ब्रेज़िल में आये तो सही किन्तु हम लोगों को स्थल में उतरने की आज्ञा नहीं मिली। मेरे पुराने हिस्सेदार अब भी जीवित थे। मेरे और उनके बीच जो शर्तनामा लिखा गया था वह भी इस समय हम लोगों का कोई उपकार न कर सका। सौदागरों ने हम लोगों के लिए बहुत कुछ सिफ़ा-