पृष्ठ:राष्ट्रीयता और समाजवाद.djvu/९५

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८२ राष्ट्रीयता और समाजवाद अंग्रेजोने मुसोलिनीके भयक कारण गगनीता कर लिया। फिीन यग्बनि हुया जो सेना द्वारा दवा दिया गया। फ्रेंच गारो गोरिया और गाना गाना कुछ शोंके साथ स्वीकार करनेपर वाध्य होना पायगे भीगनापन रहा है और अनुकूल परिस्थिति होनेपर यहाँ भी मिति धनंगी । हमको यह न समाना चाहिये कि हम अपने है, जो गलियां जागिर कर रही है वह सब हमारे साथ है। जो पदमा नमानसमा कि कर रहे है वह भी हमारे गाथ है। हमलोगीत एक नया गाना । पानी मजदूर जगात तथा वह सगुदाग जो बाज नोलन अपना स्वतन्ता लिन है हमारे सहयोगी है। हम सब उग गवितो प्रतिनिधि है जिनका गान उत्थान का बीरनिगा भविष्य उज्ज्वत है । यह हो गहता है कि हम अपनी सुनाममा मकान सफलता न प्राप्त पार सके और हमको सभी मनगवामोरीयाना । किन्तु यदि हम सतत उद्योग करने जायेंगे तो अन्नागे मान किस गिनिन । आरतीनके ये साँप ! कांग्रेसके पदग्रहणका एक भयानक किन्तु अनिवार्य परिणाम या माकि मान्प्रदायिक समस्याने अव पहलेसे कहीं अधिक गम्भीर रूप धारण कर लिया। माधारण मागनी- की अाशाके प्रतिकूत, यान मृतप्राय साम्प्रदायिक मंग्यायोमें जाना गयी-नी बिगानी दे रही है । उनका सगठन और प्रचारका कार्य भी पलोको अपेक्षा नागने तेज हो गया है। पहले जिन सस्थानोमे चुनावको समग थोरी-मी चहल-पहन दिलायो दे जाती थी उनका साहम आज इस हदतका वट गया है कि वे काग्रेसका प्रतिन्वी होनेग दम भरने और देशवासियोका सच्चा प्रतिनिधि होने का दावा पेश करने लगी है। इतना ही नहीं, इनके स्वरपमें भी परिवर्तन हुया है । अब ये साम्प्रदायित गरमायोका चीला बदलकर राजनीतिक सस्थाएँ बन रही है । कलता हिन्दू महागना और मम्मिमलीगया मुख्य कार्य हिन्दुप्रो पीर मुसलमानांके धार्मिक और सास्कृतिक अधिकारोको रक्षा करना समझा जाता था, अगर काग्रेस इनके साथ समझौता कर लेती तो ये कामनाय राजनीतिक क्षेत्रमे कन्धेसे कन्धा भिडा कर चलनेको, या कमसे कम उनकी राहों रोट्रेन अटकानेको तैयार थी, किन्तु आज हम देखते है कि काग्रेसगे न संस्थानोका विरोध केवल साम्प्रदापिका प्रश्नोपर ही नहीं रह गया है । अब काग्रेसके साथ उनका विरोध मौलिक है; विरोध उसकी विचारधारा और उसकी कार्य-प्रणालीरो है । आज न गंस्थानोने कर्णधारोके वीच पारस्परिक कटता बहुत कम दिखायी पडती हे, वे आपसमें न लकर अपने मुन्य और समान शन्नु काग्रेरासे लड़ रही है । कांग्रेसके खिलाफ साम्प्रदायिक सस्थानोका संयुक्त मोर्चा जोर पकड़ रहा है । हिन्दू महासभा और मुस्लिमलीगकी अोरते काग्रेसको