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उत्तरी ध्रुवकी यात्रा
पीरी पहले-पहल उत्तरी ध्रुवके बहुत पास तक पहुँच सका था। यदि स्कीमो लोगों और उनके कुत्तोंने उसकी तथा उसके पूर्ववर्ती अन्य यात्रियोंकी, जिनमें से बहुतोंको हिम-राशियोंने अपनी गोदमें सदाके लिए सुला लिया और जिनमेंसे कितने ही इन राशियोंके गुप्त रहस्यको प्रकट करने में भी बहुत कुछ समर्थ हुए, सहायता न की होती तो आज अमेरिकाके स्वातन्त्र्य और समताका सूचक झण्डा, अनन्त स्वतन्त्रताकी अधिष्ठात्री प्रकृति देवीके दुर्गम दुर्ग, उत्तरी ध्रुव-प्रदेश, के केन्द्रके बहुत पास न फहराता होता।
[दिसम्बर १९२२]
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