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पृष्ठ:विदेशी विद्वान.djvu/२६

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विदेशी विद्वान्

१ फ़र्स्ट प्रिंसिपल्स ( First Principles ) अर्थात् प्राथमिक सिद्धान्त १ जिल्द।

२ प्रिसिपल्स आफ़ बायोलजी (Principles of Biology) जीवनशास्त्र के मूलतत्त्व २ जिल्द।

३ प्रिंसिपल्स आफ़ साइकालजी ( Principles of Psychology ) मानसशास्त्र के मूलतत्त्व २ जिल्द।

४ प्रिंसिपल्स आफ़ सोशियालजी ( Principles of Sociology) समाजशास्त्र के मूलतत्त्व ३ जिल्द।

५ प्रिसिपल्स आफ़ एथिक्स ( Principles of Ethics ) नीतिशास्त्र के मूलतत्त्व २ जिल्द।

स्पेन्सर के इस ग्रन्थ ने उसे इस नश्वर संसार में अमर कर दिया। उसका नाम देश-देशान्तर में विदित हो गया। वह वर्तमान युग के तत्त्वज्ञानियों का राजा माना जाने लगा। इस पुस्तक के प्रथम भाग के दो खण्ड हैं। एक का नाम अज्ञेय- मीमांसा (The Unknowable) और दूसरे का ज्ञेय-मीमांसा (The Knowable) है। हमारी प्रार्थना है कि जो सज्जन इस पुस्तक को पढ़ सकते हों वे एक बार अवश्य पढ़ें; और स्पेन्सर के प्रकृति-पुरुप आदि विषयक सिद्धान्तों का ज्ञान प्राप्त करें; और इस बात का भी विचार करें कि इस विषय में इस देश के तत्त्वतानियों और स्पेन्सर के सिद्धान्तों में क्या तारतम्य है।

इस इतनी बड़ी पुस्तक के प्रकाशित करने में स्पेन्सर को अनेक कठिनाइयाँ हुई। किसी ने उसे छापना मँजूर न