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पृष्ठ:वैशाली की नगरवधू.djvu/५०

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कल्याणकारक धर्म के न सुनने से उनकी हानि होगी, सुनने से वे धर्म को जानेंगे। जाओ भिक्षुओ, दिशा-दिशा में जाओ। अनुमति देता हूं , उन्हें प्रव्रज्या दो, उपसम्पदा प्रदान करो!"