पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/१३५

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( १२५ ) | २१५–काल मुख्य तीन प्रकार के हैं-( १ ) वर्तमान ( २ ) भूत (३) भविष्यत् ।। • ' ( १ ) वर्तमानकाल की क्रिया से चलते हुए समय का बोध होता है, जैसे; गाड़ी आती है। माँ बच्चे को सुलाती है। चिट्ठी भेजी जाती है। (२) जिस क्रिया से जानेवाला समय सूचित होता है उसे भूतकाल की क्रिया कहते हैं; जैसे गाड़ी आई । माँ ने बच्चे को सुलाया । चिट्ठी भेजी गई । | ( ३ ) जो क्रिया आनेवाला समय बताती है वह भविष्यत्काल | की क्रिया कहाती है, जैसे, गाड़ी आवेगी । म बच्चे को सुलावेगी । | चिट्ठी भेजी जावेगी । -------- काल । सामान्य अपूर्ण पूर्ण , वर्तमान । मै चलता हूँ | मै चल रहा हूँ। मै चला हूँ | भूत | मै चला । मै चलता था मै चला था। भविष्यत् । मै चलूगा | मै चलता रहूंगा मैं चल चुकेंगा | २१६-ऊपर लिखे वाक्यो में चलतो क्रिया के मुख्य फालो के | और भी रूप दिए गए हैं । इनसे जाना जाता है कि प्रत्येक काल की सामान्य अवस्था के सिवा अपूर्ण और पूर्ण अवस्थाएँ भी होती हैं । अपूर्ण अवस्था से जाना जाता है कि कार्य का आरंभ हो गया, पर समाति नहीं हुई; और अपूर्ण अवस्था से सूचित होता है कि कार्य की समाप्ति नहीं हुई; और पूण अवस्था से सूचित होता है कि कार्य की ससाप्ति हो गई । इस प्रकार क्रिया के काल से कार्य का केवल समय ही सूचित नहीं होता, किंतु उसकी अपूर्ण और पूर्ण अवस्था भी सूचित होती है । २१७-“तीनो कालो की तीनों अवस्थाओं के विचार से उसके नौ मद होते हैं, पर ऊपर दिए हुए तीन रूप संयुक्त क्रियाओं के हैं ।