पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/१४०

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| ( १३० ) हमने लड़की को देखा । माँ ने लड़के को बुलाया । लड़कियों ने भाई को भेजा । सिपाही ने लड़के को पकड़ा। २२३--जब कक्ष के साथ ने” चिह्न और कर्म के साथ को रहता है तब क्रिया के पुरुष-लिंग-वचन न कर्त्ता के अनुसार होते हैं और न कर्म के अनुसार । यह क्रिया सदा अन्य पुरुष, पुल्लिग, एकवचन में रहती हैं। जिस क्रिया के पुरुष-लिगवचन कच वा कर्म के अनुसार नहीं होते उसे भावे-प्रयोग कहते हैं । [क] नहाना, छींकना, खॉसना आदि अकर्मक क्रियाओं के भूत- कालिक कृदंत से बने कालों में फर्चा के साथ 'ने' चिन्ह आता है और ये क्रियाएँ भावे प्रयोग में रहती हैं, जैसे, मैने नहाया। किसी ने छींका है । रोगी ने खॉसा होगा । । बाक्य और प्रयोग का मिलन वाच्य _ प्रयोग कृतृवाच्य | (१) करि-प्रयोगलड़का पत्र लिखता है । लडकी पुस्तक पढ़ती है। (२) कर्मणि-प्रयोग-लड़के ने पुस्तक पढ़ी । लड़की ने पत्र लिखा। (३) भावे-प्रयाग-लड़के ने पुस्तक को पढा । लड़की ने पत्र को लिखा । कर्मणि-प्रयोग-पुस्तक पढ़ी गई। | पत्र लिखा जाता है। | भावे-प्रयोग - मुझसे चला जाता है। उससे वैठा नहीं जाता ।। नू०-~-सयुक्त क्रियाओं के प्रयोग के लिये २७७ अंक देखो । = = = = = == = = कर्मवाच्य भाव-वाच्य = = = = = = १-नीचे लिखे वाक्य मे कारण-सहित क्रियाओं के प्रयोग बताओ- कदाचित् प्न झुठा हो मै तुम्हारे घर पर कल आऊँगा । तुम मुझ