पृष्ठ:संगीत विशारद.djvu/१७७

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  • सङ्गीत विशारद *

(१) मध्यलय (तीनताल ) मानदड १६ सैकिंड गीत-ज य ज य | गिरि ध र र सैकिंड-१० ६ १० ११ १२ १३ १४ १५ १६ tu hor म न ho ह 3 ताल-ना धी घी ना ना धी धी ना ना ती ती ना ना वी धी ना चिन्ह-- उपरोक्त गीत के १६ अत्तर १६ सैफिन्ड मे गाये गये और इसे हमने मध्यलय मान ली, अब इस लय को विलम्बित लय करके दिखाते हैं, अर्थात उपरोक्त लय से १६ अक्षर गाने में जितना समय लगा था, अब उसमे दुगुना समय अर्थात ३० सैफिन्ड इन्हीं १६ अक्षरों को गाने में लगेगा। जैसे (२) विलम्बित लय ( तीनताल) गि रि र 5 ज 4 S य S S य S S S घ S w U १ ३ ७ ६ 80 ११ १२ १३ १४ १५ १६ धी - धी - HT ना ना X धी धी ATT न S ट S व S र S म S ऽ ह 5 र S १७ १८ १९ २० २१ २२ २३ २४ २५ २६ २७ २८ २९ ३० ३१ ३२ ना ती ती ना - ना 3 घी धी FIT - o इस प्रकार ३२ सैकिंड में वही १६ अक्षर गाये गये, तो हम कहेंगे कि यह हमारी अर्ध लय होगई। इसे ही विलम्बित लय भी कहेंगे। (३) अतिविलम्बित लय s S S य S S S S S S य S S १ . MY OC ६ ur ६ १० ११ १२ १३ १४ १५ १६ - धी 1 - . - धी - - ना ना X गि S S S S S S व S S S र S S S १६ २० २१ २२ २३ २४ २५ २६ २७ २८ २६ ३० ३१ ३२ धी . . - धी - - - . पचार इम प्रकार प्रगट दिये हैं-