सामग्री पर जाएँ

पृष्ठ:संगीत विशारद.djvu/१९०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
  • सङ्गीत विशारद *

२०१ कर्णाटकी पद्धति की ७ तालों को हिन्दुस्तानी पद्धति में लिखने का कायदा ( यह सातों ताले चतस्त्रजाति में दी जा रही हैं ) (१) ध्रुवताल, मात्रा १४ (101) चतस्रजाति A मात्रा-१ २ ३ ४ ४ १० ११ १२ १३ १४ चिन्ह-x २ w ४ (२) मठताल, मात्रा १० (101) चतस्रजाति २ ६ ७ . १ x है १० ५ २ (३) रूपक ताल, मात्रा ६ (10) चतस्रजाति ( इस ताल को हिन्दुस्थानी पद्धति में ७ मात्रा की मानते हैं) w १ २ x २ (४) झम्पताल, मात्रा ७ (१००) चतस्रजाति ? २ ३ ७ ६ ३ २ (५) त्रिपुट ताल, मात्रा ८ (१००) चतस्रजाति २ ३ ४ १ x ६ २ my (६) अठताल, मात्रा १२ (१००) चतस्रजाति ~ २ ३ ६ ७ १० ११ ६ ३ X २ (७) एकताल, मात्रा ४ (।) चतस्रजाति (हिन्दुस्थानी पद्धति में 'एक ताल' १२ मात्रा की मानी गई है) ३ ४ X