पृष्ठ:सचित्र महाभारत.djvu/१५

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पृष्ठ-संख्या .... २२२ पाण्डवों का भीष्म की शरण जाना--भीम का निज-वधोपाय बतलाना--युद्ध के दसवें दिन शिखण्डिसम्बन्धिनी काररवाई-भीष्म का पतन-धृतराष्ट्र का भीष्म-पराजय सुनना--अजुन से रता किये गये शिखण्डी का युद्ध--धृतराष्ट्र का विलाप--शरशय्या में भीष्म-वीरों के द्वारा भीष्म का सत्कार-भीष्म और कर्ण का मिलन-भीष्म के द्वारा की गई शान्ति की अन्तिम चेष्टा । ४-युद्ध जारी कर्ण का फिर शस्त्र उठाना--द्रोणाचार्य का सेनापतित्व--युद्ध का ग्यारहवाँ दिन--शल्य और भीमसेन-युधिष्ठिर को पकड़ने के लिए अर्जुन को दूर हटाने की तजवीज़--अर्जुन और त्रिगर्त लोग–अर्जुन के हाथ से भगदत्त का वध-द्रोण का आक्रमण होने पर युधिष्ठिर का भागना--द्रोण की चक्रव्यूह-रचना - व्यूह के बीच में अभिमन्यु-जयद्रथ के द्वारा पाण्डवों का रोका जाना-अभिमन्यु का आश्चर्यकारक युद्ध-सात रथियों के द्वारा अभिमन्यु का वध-पाण्डवों का शोक--अर्जुन का शोक--जयद्रथ के वध के लिए अर्जुन की प्रतिज्ञा-सिन्धुराज जयद्रथ का भय और द्रोण का उन्हें धीरज देना--पाण्डवों की रानियों को कृष्ण का समझाना-जयद्रथ की रक्षा के लिए द्रोण का व्यूह बनाना---जयद्रथ को मारने के लिए अर्जुन की यात्रा----द्रोण का उल्लङ्घन करके अर्जुन का निकल जाना-दुर्योधन का डर-दुर्योधन के शरीर पर अक्षय कवच का बाँधना--अर्जुन और दुर्योधन-युधिष्ठिर की घबराहट---अर्जुन की रक्षा के लिए सात्यकि और भीम को भेजना-कर्ण के हाथ से भीम की हार-- सात्यकि और भूरिश्रवा--भूरिश्रवा के साथ अजन का अनुचित व्यवहार--- जयद्रथ के पास अजुन का पहुँचना --कौरव लोगों का भ्रम--ज की मृत्यु - दुर्योधन और द्रोण का परस्पर तिरस्कार--कर्ण और क्रप का विवाद--कर्ण के साथ घटोत्कच का युद्ध-घटोत्कच को मारने के लिए कर्ण का इन्द्रदत्त अमाघ-शक्ति छोड़ना-रात का युद्ध-द्रोण के हाथ से विराट और द्रपद का वध--द्रोण की शक्ति नाश करने के लिए उन्हें धोखा देना---अश्वत्थामा के मारे जाने की झूठी खबर--हस्तिनापुर में द्रोण का मृत्यु-संवाद । ५-अन्त का युद्ध कर्ण का सेनापतित्व-कर्ण के साथ युद्ध करने के लिए अर्जुन को युधिष्ठिर की आज्ञा-- कर्ण और नकुल-कर्ण की अन्तिम युद्ध करने की प्रतिज्ञा-कणे के रथ पर शल्य का सारथ्यइच्छानुरूप वाव य कहने के विषय में शल्य का नियम-शत्य की शठता से कर्ण की तेजोहानि-कर्ण और भीम-कर्ण और युधिष्ठिर-युधिष्ठिर का शिविर में लौट आना-अर्जुन का आना और युधिष्ठिर का क्षोभ-अर्जुन और युधिष्ठिर का विवाद-अर्जुन की कर्ण-वध-प्रतिज्ञा-भीम और दुःशासन-कर्ण और अर्जुन का युद्ध-कर्ण के रथ का कीच में फँसना-कर्ण की मृत्यु-दुर्योधन और कृप का संवाद-अश्वत्थामा का अविचल उत्साह-शल्य का सेनापतित्व-शल्य को मारने के लिए युधिष्ठिर का उद्योग-शल्य की मृत्यु-भीम के हाथ से धृतराष्ट्र के पुत्रों का संहार-सहदेव और शकुनि-कौरवों की सेना का प्राय: निःशेष होना-युयुत्सु का हस्तिनापुर लौट आना। ६-युद्ध की समाप्ति २७५ ____ तालाब में दुर्योधन का प्रवेश-पाण्डवों का दुर्योधन को ढूँढ़ना-युधिष्ठिर के द्वारा दुयोधन का तिरस्कार-एक पाण्डव के साथ युद्ध करने के लिए दुर्योधन का निश्चय--बलराम का