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है। सीधा भी पत्तल में ही देना, हाँ। मुदा[१] तू छूना मत। झूरी गोंड़ की लड़की को लेकर साह की दुकान से सब चीजें ले आना। सीधा भरपूर हो। सेर भर आटा, आध सेर चावल, पाव भर दाल, आध पाव घी, नोन और हल्दी। पत्तल में एक किनारे चार आने पैसे भी रख देना। गोंड़ की लड़की न मिले तो भुर्जिन के हाथ-पैर जोड़ कर ले जाना। तू कुछ मत छूना, नहीं तो गजब हो जाएगा।
इन बातों की ताकीद[२] कर के दुखी ने लकड़ी उठाई और
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सद्गति/मुंशी प्रेमचन्द5