पृष्ठ:समाजवाद और राष्ट्रीय क्रान्ति.pdf/१७०

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कांग्रेस समाजवादी पार्टी की इस बदनाम “सामाजिक जनतन्त्रीय पार्टी नाम को अपनाने की कोई इच्छा नहीं थी, और 'साम्यवादी पार्टी' नाम भी उसे ठुकराना पड़ा। जिस समय कांग्रेस के समाजवादी पार्टी बनाने के लिए संगठित हुए. उस समय साम्यवादी पार्टी के राष्ट्रीय अान्दोलन में पृथक रहने के कारण उसके साथ कुछ अप्रतिष्ठा लगी हुई थी। साम्यवादी पार्टी कांग्रेस द्वारा संचालित राष्ट्रीय संघा से न केवन पृथक ही रही थी बल्कि उसने श्रमिकों को उनमें भाग लेने से रोकने की भी चेष्टा की थी। इन परिस्थितियों में हमें अपनी पार्टी के लिए नया नाम "कांग्रेस समाजवादी पार्टी" गढ़ना पड़ा । 'कांग्र म' शब्द प्रजातन्त्र के लिए मवर्ष का प्रतीक है। परन्तु ममाजवादी पार्टी के माथ इस शब्द को जोड़ने का सबसे बड़ा कारण यह था कि हम जनता के मस्तिष्क से यह भ्रम दूर करना चाहते थे कि समाजवादी कांग्रेस को जीवादी गस्था समझते हैं । पार्टी का संगटन उन समाजवादियों के द्वारा हुआ जो कांग्रेस के आन्दोलन में सक्रिय भाग ले चुके थे। अतः उसमें स्वभावन; कांग्रेसियों की बहुतायत थी और श्रमिकवर्गीय तत्व सीमित थे। इस प्रकार के गठन मे एक बड़ा इर यह था कि कहीं पार्टी राष्ट्रीय अान्दोलन में अत्यधिक लीन होकर श्रमिकों द्वारा सत्ता प्राप्ति के अपने अन्तिम ध्येय को न भूल जाय । दूसरी र साम्यवादा पार्टी को भी एक भारी खतरे से सावधान रहना था । राष्ट्रीय आन्दोलन में ही पृथक रहने और श्रमिक आन्दोलन मे ही पूर्णत: लीन रहने के कारण यह सम्भावना थी कि वह देश की स्वाधीन करने के तात्कालिक कार्य की अवहेलना करेगी।