पृष्ठ:समाजवाद और राष्ट्रीय क्रान्ति.pdf/१८६

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( 248 ) परन्तु अपनी शक्तिभर इसमें कठिनाई भी उपस्थित करने हैं। व स्थान-स्थान पर कांगम के वर्तमान नेतृत्व को यह कह कर कोसने रहते हैं कि वह संघर्ष नहीं चाहता और समझौते के लिए जानबूझ कर क्रियाशील होने का उसके ऊपर दोषारोपण करते हैं । यदि उनका कथन विश्वसनीय है तो आज की भारी बाधा ब्रिटिश मामाज्यवाद नहीं, बल्कि कांग्रेस का वर्तमान नेतृत्व है । में व्यक्त रूप से दो कांग सों की बात करते हैं और एक नवीन स्वराजबादी कार्यक्रम के द्वारा वर्तमान नेतृत्व का विरोध करने की गोचते हैं । जो तरीके से अपना रहे हैं, उनसे समझौता सकेगा नहीं, वरन् उसके उपयुक्त परिस्थितियां उत्पन्न हो जॉयगी । संघर्ष के प्रारम्भ करने को कठिन बना कर वे ऐसी परिस्थितिया उत्पन्न करने में सहायक हो रहे हैं, जिनसे हमारे बैरियां का साहस बढ़ेगा और कांग्रेस के भीतर समझौते के पनपाती तत्वा के हाथ मजबूत होंगे। सही दृष्टिकोण कांग्रेस और अागामी संघर्ष के प्रति रवैय में विभिन्न वामपक्षा दलों का प्रमुख मतभेद निहित है । कांग्रेस समाजवादी यह विश्वास करते हैं, और कामरेड राय और उनके अनुगामी इस बात में हमसे सहमत हैं कि कांग्रेस अन्ततः प्रक्रिया के द्वारा हमारे ध्येय की प्राप्ति के लिए उपयुक्त साधन बन सकती है । इसका नात्पर्य यह नहीं कि हम कांगस के विषयगामिनी हो जाने की सम्भावना को बिलकुल छोड़ देते हैं। यदि ऐसा हुआ तो कांग्रेस निकम्मी बन जायगी और संघर्ष को चलाने के लिए नय साधन-संगटनों का निर्माण करना पड़ेगा।