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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय
१८९२ केप उपनिवेशमें मताधिकार और मतपत्र कानून बनाया गया। ट्रान्सवालमें विदेशियोंके राष्ट्रसंघका[१] निर्माण।
१८९३ फोक्सराडने भारतीयोंके विरुद्ध १८८५ के कानून ३ को कार्यान्वित करानेके उपाय और साधन निकालनेका प्रस्ताव स्वीकार किया।

नेटालको उत्तरदायी शासन प्राप्त । सर जॉन रॉबिन्सनने नेटालका पहला मन्त्रिमण्डल बनाया।

केप उपनिवेशमें वतनी मजदूरों-सम्बन्धी आयोगने सिफारिश की कि प्रत्येक वतनी पुरुषपर लगा हुआ विशेष कर ऐसे व्यक्तियोंसे वसूल न किया जाये, जो वर्षभर घरमें गैरहाजिर और कामपर हाजिर रहनेका प्रमाण दे सकें । ट्रान्सवालमें खान-संघने वतनी मजदूर आयोगके मातहत मजदूरों-सम्बन्धी एक विशेष संगठनकी स्थापना की।
१८९४ नेटालमें उत्तरदायी शासनके अधीन पहली सरकारने भारतीय मजदूरोंको लानेके लिए वार्षिक रूपमें दी जानेवाली आर्थिक सहायता बन्द करनेके लिए संसदकी स्वीकृति प्राप्त की।

नेटालमें मताधिकार कानून संशोधन विधेयक पेश।
ग्लेन-ग्रे अधिनियमने केप उपनिवेशको वतनी पुरुषोंपर कर लगाने की कानूनी स्वीकृति प्रदान की।
नेटाल द्वारा ट्रान्सवालके साथ समझौता।
विटवॉटर्सरैंडमें सोने और हीरेकी खानें खोज ली गई।
पोडोलैंड केपके साथ मिला दिया गया।
स्वाजीलैंड को वतनी लोगोंके हितोंको सुरक्षित करके दक्षिण आफ्रिकी गण- राज्यके संरक्षणमें सौंपा गया।

केपकी संसदने ईस्ट लंदन नगरपालिकाको अधिकार दिया कि वह भारतीयोंको शहरकी पैदल पटरियोंपर चलनेके अधिकारसे वंचित कर दे।
१८९५ ट्रान्सवालने स्वाजीलैंडको संरक्षित राज्य बना लिया। ब्रिटिश बेकवानालैंड केप उपनिवेशके साथ मिला दिया गया।

केपमें गवर्नर-जनरलके अधीन बृहत् परिषदकी स्थापना।
नेटालमें १८९५ का १७ वाँ कानून स्वीकृत।

ट्रान्सवालमें १८८५ के कानून ३ के अमलमें लाये जानेके प्रश्नकी जाँच करनेके लिए आयोगकी नियुक्ति।
 
  1. नेशनल यूनियन ऑफ दी एटलैंडर्स-।