पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 10.pdf/२८८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय उसी दिन मैंने आपको पत्रमें लिखा था कि रुपयेको किस प्रकार काममें लाया जा रहा है। उस पत्रमें मैंने आपको बताया था कि फीनिक्स आश्रमके चलानेमें स्वयं मैंने जो कर्ज लिया था वह आपसे प्राप्त रकममें से अदा कर दिया गया था। यह हिसाब १,२०० पौंडसे ज्यादाका है। मैंने आपके पास मासिक खर्चका अनुमानित विवरण भी नीचे लिखे अनुसार भेजा था : २४६ यहाँका कार्यालय लन्दनका कार्यालय इंडियन ओपिनियन पीड़ित परिवार ५० पौंड ४० पौंड मेरे पत्रके उत्तरमें आपने अपने पत्रमें कृपापूर्वक सूचित किया था कि खर्च नियमा नुसार है। बम्बईसे रंगूनसे लन्दनसे ५० पौंड २५ पौंड यह देखते हुए कि संघर्षका अभी काफी समय तक लम्बा चलना निश्चित है, मेरे लिए आपके पास आय-व्यय और आजतककी घटनाओंका संक्षिप्त विवरण भेजना आवश्यक है। गत दिसम्बरसे आजतक जो धन प्राप्त हुआ है वह नीचे लिखे अनुसार है : पौं० शि० पें० ४,२५३ ३ ४ ७५० o १३५ ८ ५० मोजाम्बिकसे जंजीबारसे लॉरेंको मारक्विससे नेटालसे स्थानीय O २ ० ० ३ ६ ११ १२ ० ८ १६ १ 19 ७ ५,२६९ १० ७ कुल बम्बईकी राशि दो विभागों में विभक्त है- -- ३,९१४ पौंड १० शिलिंग सामान्यतः सघर्षको चालू रखनेमें खर्च करनेके लिए भेजे गये हैं और ३३८पौंड १३ शिलिंग ४ पेंस पीड़ित सत्याग्रहियों या उनके आश्रितोंकी सहायताके लिए पृथक रख दिये गये हैं। इन हिदायतोंपर पूरी तरह अमल किया गया है। रंगून और लन्दनसे भेजी गई रकमें, बम्बईसे प्राप्त पृथक रखी गई राशिकी भाँति केवल पीड़ितोंकी सहायताके लिए रख छोड़ी है। आपके पत्र और पेटिटके पत्रके अनुसार इस रुपयेको व्यय करना मेरे निर्णयपर छोड़ दिया गया है। मैंने इस सुविधासे लाभ उठाना सर्वोत्तम समझा है। यह धन सत्या- ग्रह-कोषके नामसे एक अलग खातेमें नेटाल बैंक, जोहानिसबर्गमें जमा कर दिया गया है। जहाँतक बैंकका प्रश्न है, केवल मैं ही रुपया जमा कराता और निकालता हूँ। कोई अन्य खास औपचारिक समिति इसके लिए संगठित नहीं की गई है। यह ब्रिटिश १. देखिए “ पत्र : गो० कृ० गोखलेको”, पृष्ठ १००-०२ 1 Gandhi Heritage Heritage Portal