पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 10.pdf/६५१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

सांकेतिका शाह, नानालाल, १०१, १४९, १५०, १६९, १७३, १७५, १७८, १८०, १८१; -का निर्वासन गैर-कानूनी, १४९ शिक्षण, का अर्थ, ५३; के बारेमें हक्सलेका कथन ५३-५४ शिक्षा, नेटालके भारतीय बच्चोंकी, १८० शिक्षित एशियाई, -निर्धारित परीक्षा पास करनेपर ही ट्रान्सवालमें प्रवेश करने में समर्थ, ४४४: शिक्षित एशियाइयों का प्रवेश फ्री स्टेटमें निषिद्ध करनेके प्रयत्नोंका विरोध न करनेपर सत्याग्रही कायर ठहराये जायेंगे, ५०४; -को फ्री स्टेटके सदस्य फ्री स्टेटमें सहन करने में असमर्थ, ५०३; -पर फ्री स्टेट एशियाई पंजीयन कानून लागू होनेपर रंगभेदका प्रश्न पैदा हो जायेगा, ५२३ शिक्षित भारतीय, अशिक्षित भारतीयोंका धन्धा अपनाएँ, १५१; - १९०८के कानून ३६से बरी होंगे, ५१३; शिक्षित भारतीयों की संघर्ष के प्रति उदासीनता, १५०; -के अशिक्षित भारतीय शिकार, १५१; -को प्रवेश देनेके बारेमें आपत्तिका कारण परिस्थितिका अज्ञान, ५३६; -को सीमित संख्या में प्रवेश करने- की अनुमति देना आवश्यक, ५२१ शूरमैन, डी० जे०, ४२० शेरार्ड, ६५ शेलत, उमियाँशंकर ९१ पा० टि०, ९३, १०१, १७३, १७८, १८०, १८१, २३९, २५८, २८६, ३७३, ३८२ पा० टि०, ४६२; - की जेलसे रिहाई, ११५; -की दृढ़ता, ११५; - को कोड़ोंकी सजा देनेकी धमकी, २८८; -को तनहाई और कम खुराककी सजा, २८६, २८७; -द्वारा मैलेकी बाल्टी उठाने से इनकार, २५९; - पर ६०७ शीनर, टी० एल०, ४६०, ४७३, ४८८, ४९० पा० टि०, ४९३ शीनर, विलियम फिलिप, ४५९, ४८८, ४९० पा०टि० शीनर, थियो०, ४८६ श्रीनिवास, टी०, २०८ इलेगेल, फ्रेडरिक वॉन, ६७ श्लेसिन, सोंजा, ९२, ११०, १६२, २५८, ५०४, ५२८, ५३१ संघ-गज़ट, ४८३ संघ-राज्य, ब्रिटिश साम्राज्यके विकाससे सम्बन्धित युगान्तरकारी घटनापर एक दुःखद टिप्पणी, २८३; - भारतीयों के प्रवेशको मंजूर नहीं कर सकता, ३२३; की पहली संसदका उद्घाटन, ३६१ संघवादी दल, २९५, २९६; -का घोषणापत्र, २९६ संघ-संसद, २१६, ५१८; में भारतीय व्यापारियोंको खत्म कर देनेका शोर, १५६ संघ-सरकार स्थापित होनेसे पहले ही विनियमों में संशोधन करना आवश्यक, १६५; -का अधिवासी भारतीयोंको कुछ रियायतें देनेका इरादा, ३५३ संडे टाइम्स, १५६ संसदीय वाद-विवाद समिति, १९० पा० टि० सत्याग्रह, ४७-४८, ११९, १५०, १५७; -जारी रखनेका कारण, ४४४, ४९१; -ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध भी, ७९; - समाप्त करनेकी शर्त, ४६७- ६८, ४८९, ५१५; -का स्वरूप और उद्देश्य, २, ४९-५०, ८४, ९४, १०४, १३०, १३६, २५१, १८०, २१७-१८, ३४५, ३४७, ५०४, ५०८, ५३८; -की सफलता, ४३३; के लिए भी निधि आवश्यक, ४९७ सत्याग्रही, ५१, १०१, १३६, १४१, २००; - पुर्तगाली सीमा निर्वासित, २०९; बिना गिरफ्तार हुए ट्रान्सवालमें प्रविष्ट, १९३; -भारत से वापस, २९४; -रंगभेद के विरुद्ध बराबर संघर्ष-रत, ५२७; -संघर्ष समाप्त करनेके लिए उत्सुक, ५२०; -के कर्तव्य और उद्देश्य, ५०-५१, ५२, ९६, १८७, १९७, २००, २९०, २९३-९४, ३०८, ३२५, ३७२; सत्याग्रहियों, का ट्रान्सवालमें उत्पीड़न जारी, ३२७; -का निर्वासन भारतमें निर्वासित अत्याचार, २८५-८६ शैक्षणिक परीक्षा, ८६, ९१, ४७४; अकारण बहुत कड़ी, ४४९; -ट्रान्सवालमें सख्त होनेकी बातपर कोई आपत्ति नहीं, ४८९; -पास करनेपर शिक्षित एशियाई पंजीयन अधिनियम तथा फ्री स्टेट एशियाई अध्यादेशसे मुक्त, ४५६-५७; -में खरा उतरने- वाला व्यक्ति ट्रान्सवालमें प्रवेश कर सकता है, ४४२ श्रवण, २१३ श्रीनर, ४७१ Gandhi Heritage Portal