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सम्पूर्ण गांधी वाङमय

पुनरावृत्ति टाली जा सकेगी। उत्तर[१] आने तक सार्वजनिक कार्रवाई रोक रहा हूँ ।[२]

गांधी

टाइप की हुई मूल अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ५६०८) और ( एस० एन० ५६१९) की फोटो - नकलसे भी ।

१८१. एक टिप्पणी[३]

[ फरवरी २, १९१२ या उसके बाद ]

फौरी

ब्रिटिश भारतीय यूनियनका पता है।—मिलर्स बिल्डिग्स, ६७, हैनोवर स्ट्रीट,केप टाउन ।

गांधीजीके स्वाक्षरोंमें मूल अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ५६११ ) की फोटो नकलसे ।

१८२. नया प्रवासी विधेयक

संघ प्रवासी विधेयक ( यूनियन इमिग्रेशन बिल) प्रकाशित हो गया है। इसका एक प्रयोजन ट्रान्सवालके भारतीय सत्याग्रहियोंको सन्तुष्ट करना भी है। कुछ दृष्टियोंसे यह गत वर्षके विधेयकसे अच्छा है । परन्तु इसके द्वारा जनरल स्मट्सके वचनका पूर्णतया पालन नहीं होता। जनरल स्मट्सने इस बातकी जिम्मेदारी ली थी कि वे सत्याग्रहियोंकी इच्छा पूरी करनेके लिए बनाये जानेवाले किसी भी सामान्य विधेयकके द्वारा समस्त दक्षिण आफ्रिका में प्रचलित कानूनी स्थिति में कोई खलल नहीं आने देंगे ।[४]

अन्य बातोंके अतिरिक्त वर्तमान कानूनी स्थिति यह है कि कमसे कम केप और ट्रान्सवालमें विहित प्रवासियोंके अधिवास और उनके नाबालिग बालकों और पत्नियोंके अधिकार उच्चतम न्यायालय के निर्णयपर आधारित है; ट्रान्सवालके ब्रिटिश भारतीय शिक्षण-सम्बन्धी मामूली-सी परीक्षा पास करके केप या नेटालमें आसानीसे प्रवेश पा

 
  1. देखिए पृष्ठ २२३ की पाद-टिप्पणी १ ।
  2. गांधीजीने अपने वचनका अक्षरशः पालन किया; यहाँतक कि ये तार इंडियन ओपिनियन के, समसामयिक अंकों में भी प्रकाशित नहीं किये गये ।
  3. यह टिप्पणी गांधीजीने एक तारपर लिखी थी जो उन्हें मकादम उडस्टॉकने केप टाउनसे २ फरवरीको भेजा था और जिसमें लिखा था " प्रवासी [विधेयक ] का द्वितीय वाचन बृहस्पतिवारको प्रस्ताव तारसे भेजें। यूनियनकी आम सभा रविवारको ।
  4. देखिए " पत्र : ई० एफ० सी० लेनको", पृष्ठ ४७ ।