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पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 11.pdf/३४३

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२६४. भाषण : ब्रिटिश भारतीय संघको सभामें जोहानिसबर्ग अगस्त २५, १९१२ ब्रिटिश भारतीय संघ द्वारा जारी की गई सूचना के अनुसार इसी २५ तारीख- को हमीदिया इस्लामिया अंजुमनके भवनमें एक सभा हुई। सभाको अध्यक्षता श्री काछलियाने की. । श्री काछलियाने सभाकी कार्यवाही प्रारम्भ करते हुए कहा कि वह दिन, जब श्री गोखले यहाँ पधारेंगे, दक्षिण आफ्रिकाके भारतीयोंके लिए बड़े महत्वका होगा ।. . इसके अनन्तर उन्होंने श्री गांधीसे उस कार्यक्रमपर प्रकाश डालनेको कहा, जिसे संघ सभाकी सम्मतिके लिए प्रस्तुत करना चाहता था । श्री गांधीने कहा कि श्री गोखले २२ अक्तूबरको केप टाउन पहुँचेंगे और दक्षिण आफ्रिका ३ सप्ताह से अधिक नहीं ठहर सकेंगे। उन्हें दिसम्बर के प्रारम्भमें भारत पहुँच जाना है, क्योंकि वे भारतीय राष्ट्रीय महासभा (इंडियन नेशनल कांग्रेस) के सभापति चुने गये हैं और लोक-सेवा आयोगके सदस्य भी नियुक्त किये गये हैं। इसलिए मेरे खयालसे, वे केप टाउनको दो और किम्बरलेको एक दिन दे सकेंगे। इन दोनों जगहों से निमन्त्रण आ चुके हैं। वे जोहानिसबर्ग लगभग २७ अक्तूबर को पहुँचेंगे। वे ट्रान्सवालने कोई दस दिन रुक पायेंगे और उनका अधिकांश समय जोहा- निसबर्ग में बीतेगा। वे जिस दिन [ जोहानिसबर्ग ] पहुँचेंगे, उस दिन उन्हें संघकी ओरसे एक उपयुक्त अभिनन्दनपत्र भेंट किया जायेगा । और यदि समाजको विभिन्न जमातें संघ मानपत्र कही गई सर्वसामान्य बातोंके अलावा अपनी भावनाओंको अलगते व्यक्त करना चाहेंगी तो उनके मानपत्र भी उसी अवसरपर उन्हें भेंट कर दिये जायेंगे। हम लोगों को इस बातका खयाल रखना ही होगा कि श्री गोखले पूर्ण रूपसे स्वस्थ नहीं हैं और इसलिए कार्यक्रमपर विचार करते समय यह बात नहीं भूलनी है । वक्ताने कहा कि उसके दूसरे दिन प्रीतिभोजका आयोजन होगा, जिसमें लगभग १,००० व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। यदि सम्भव हो तो दोनों समारोह वांडरर्स में ही किये जाने चाहिए और अध्यक्षका आसन ग्रहण करनेके लिए माहपौरसे निवेदन किया जाना चाहिए। यदि अनुमति मिल गई तो रेलवे स्टेशनके समीप अथवा सभास्थलमें एक तोरण-द्वार भी खड़ा किया जायेगा; अन्यथा उनके टिकाये जानेके लिए किरायेपर लिये गये नानके सामने । श्री गांधीने आगे कहा कि श्री गोखलेका हम कितना भी सम्मान करें, वह कम ही माना जायेगा। उनकी नैतिक और बौधिक शक्ति इतनी १. देखिए परिशिष्ट २० । Gandhi Heritage Portal