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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

(ख) एकाधिक स्त्रियोंसे विवाह कानूनन वैध न माने जानपर भी भारतीय विवाहअधिकारियोंको ऐसे विवाह सम्पन्न करानेकी मुमानियत न हो।

गांधीजीके स्वाक्षरों में मूल अंग्रेजी मसविदे (एस० एन० ५९७७) की फोटोनकलसे।

२९६. पत्र: 'इंडियन ओपिनियन' को

सम्पादक

'इंडियन ओपिनियन'

महोदय,

भारतमें मेरे अग्रजकी मृत्युपर मेरी पत्नी और मेरे नाम सहानुभूतिसूचक इतने तार संघके विविध भागोंसे मेरे पास आये है कि मेरे लिए अलग-अलग संस्थाओं और व्यक्तियोंके पास धन्यवाद भेजना कठिन है। डर्बन, मरित्सबर्ग, जोहानिसबर्ग तथा अन्य स्थानोंसे बहुत बड़ी संख्या में शोक-सन्देश प्राप्त हुए है। मैं इस सहानुभूतिके लिए सबको हृदयसे धन्यवाद देता हूँ। साथ ही में एक शब्द कहना चाहूँगा। एक सत्याग्रहीके नाते और आत्माकी एकतामें दृढ़ निष्ठा रखनेवाले व्यक्तिकी हैसियतसे मुझे अपने भाईके निधनपर उससे ज्यादा दुःख नहीं होना चाहिए जितना नागप्पन, नारायणसामी तसिंहकी मृत्युसे हुआ। ये सब सगे भाईकी तरह ही मेरे आत्मीय थे। उनके निधनके शोकमें भी मेरे मित्र मेरे साथ हैं। मेरे भाईके निधनकी अपेक्षा वलिअम्मा मूनसामीकी आकस्मिक मृत्यु मेरे लिए ज्यादा कष्टदायक है। तथापि मुझमें भी सामान्य मानवी दुर्बलताएँ हैं और अपने भाईकी मृत्युसे मेरे मनमें जो विचार उठते हैं वे उन भावोंकी अपेक्षा कहीं अधिक तीव्र है जो मेरे तीन सत्याग्रही भाइयों तथा एक सत्याग्रही बहनकी मृत्युपर उठे थे। मेरे भाई मेरे लिए पिताके समान थे, और आज मैं जीवन में जो-कछ हैं उसका श्रेय मेरी स्वर्गीया माताके पश्चात उन्हींको है। इस समय मेरे मनमें जो विचार सबसे ऊपर है वह यह है कि यदि हमें जीवन में भगवानका भय रहा है और हमने अपनी आत्माकी आवाजके खिलाफ कुछ नहीं किया है तो हमें मृत्युका कोई भय नहीं होना चाहिए। उस स्थिति में तो मृत्यु एक बेहतर परिवर्तन-मात्र है। इसलिए वह एक स्वागत-योग्य परिवर्तन है और इससे कोई शोक नहीं होना चाहिए। मैं अनुभव करता हूँ कि मेरे भाईके लिए मृत्युका ऐसा ही अर्थ होगा। और हम, जो दक्षिण आफ्रिकामें है, विशेषत: जो सत्याग्रही है, उन्हें तो न केवल मृत्युके प्रति निर्भय रहना सीखना चाहिए, बल्कि उसका सामना करनेको तैयार होना चाहिए और जब कर्त्तव्यका पालन करते हुए हमारे सामने मृत्यु आये तब उसका स्वागत करना चाहिए। नारायणसामी तथा उनके तीन वारिस इसी तरह मरे हैं। मैं ऐसी ही मौतकी कामना करता हूँ और मुझे विश्वास है कि प्रत्येक सत्याग्रही ऐसी ही मौतकी कामना करता है।