पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 14.pdf/२४२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
२१२
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

४. जिस धन्धे आदमीकी अपनी जीविका चलती है, उसके सिवा भी किसी दूसरे धन्धेका थोड़ा-बहुत ज्ञान उसे प्राप्त कर लेना चाहिए। इसलिए मजदूर कुछ नये और आसान धन्धोंको सीखनेमें भी अपना समय बिता सकते हैं, और इस काम में भी वे हमसे मदद पा सकते हैं।

भारतमें एक धन्धा करनेवाला आदमी दूसरे धन्धेको अपनानेमें हलकेपनका अनुभव करता है, कुछ धन्धे यहाँ अपने-आपमें हलके माने जाते हैं । ये दोनों विचार गलत हैं । जिन धन्धोंकी आदमीको अपने जीवनके लिए जरूरत है, उन धन्धोंमें नीच ऊँचका कोई भेद होता ही नहीं । इसी तरह अपने जाने हुए धन्धेके सिवा दूसरा धन्धा करनेमें भी शर्मकी कोई बात नहीं । हम मानते हैं कि कपड़ा बुनने, पत्थर फोड़ने, लकड़ी काटने या चीरने अथवा खेतोंमें मजदूरी वगैरा करनेके सभी धन्धे जरूरी हैं, और सम्मानके योग्य हैं । इसलिए आशा की जाती है कि मजदूर निकम्मे बैठकर वक्त गँवानेके बदले ऊपर लिखे अच्छे कामोंमें लगकर अपना समय बितायेंगे ।

मजदूरोंके कर्त्तव्योंका विचार करनेके बाद अब यह बता देना भी जरूरी है कि मजदूर मुझसे क्या आशा रख सकते हैं। अगली पत्रिकामें हम इसीका विचार करेंगे ।

[ गुजरातीसे ]
एक धर्मयुद्ध

१३९. पत्र : एफ० जी० प्रैटको

साबरमती
फरवरी २८, १९१८

प्रिय श्री प्रैट,

मुझसे कल[१]आपने साफ दिलसे बातें कीं, उससे मुझे यह पत्र लिखनेका प्रोत्साहन मिला है।

हिन्दुस्तान भर में परिस्थिति इस प्रकार है। पुरानी व्यवस्थाके स्थानपर एक नई व्यवस्था आ रही है। नई व्यवस्थाकी स्थापना शान्तिमय मार्गसे हो सकती है या उससे पहले कुछ दुःखद अव्यवस्था भी हो सकती है । इन दोनोंमें से क्या होगा, इसका दारोमदार सम्राट्के बिलकुल चोटीके प्रतिनिधियोंकी अपेक्षा ज्यादातर 'सिविल सर्विस' के आप- जैसे अधिकारियोंपर ही है । आपकी इच्छा भला करनेकी है, पर आप प्रेमके अधिकारसे नहीं, बल्कि भयके जोरपर हुकूमत करना चाहते हैं । जनता तो यही समझती है कि सिविल सर्विस के कर्मचारियोंकी शक्ति ही ब्रिटिश संविधानकी शक्ति है । इस संविधानका सच्चा अर्थ आप पूर्ण रूपसे लोगोंको समझा नहीं पाये । इसमें शायद आपका कोई दोष न हो । लेकिन परिणाम यह है कि आपकी सजा देनेकी शक्तिका लोगोंको डर लगता है और भला करनेकी आपकी इच्छाको वे समझ नहीं पाते। जिनको 'होमरूल' वाले कहा जाता

 
  1. स्पष्ट दीगो कमिश्नरले २७ फरवरीको मिले थे, किन्तु इस मुलाकात का कोई विवरण उपलब्ध नहीं है ।