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परिशिष्ट

लोगोंको समझाया है कि पाखानेको मिट्टीसे ढँक देने में प्रतिष्ठा कम नहीं होती; लगता है वे यह बात समझ गये हैं। आपको यह जानकर खुशी होगी कि अब लोग ऐसा करने लगे हैं।

स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या ७५ से ऊपर हो गई है। पिछले महीने प्रतिदिन औसत हाजिरी ६० से ऊपर रही। लड़के अपने गीत सीखने और उन नये मैदानी खेलोंको सीखने में बहुत रुचि लेते दिखाई देते हैं, जो नियमित कवायदके बाद उन्हें सिखाये जाते हैं। श्रीमती गोखले लगभग रोज आसपासके गाँवोंमें जाती है क्योंकि वहाँ प्रायः एक-न-एक ऐसी रुग्णा नारी होती है जिसे डाक्टरी सहायताकी जरूरत हो।

जब लोग अपनी फसलसे निश्चिन्त हो चुकेंगे, तब हमारा इरादा उन्हें रोज सन्ध्या समय इकट्ठा करके स्वास्थ्य तथा सामान्य संस्कृतिके विषयोंपर कुछ बताते रहनेका है।

पिछले बुधवारको डॉक्टर देव यहाँ आये थे और चूँकि यहाँ बहुतसे ऐसे मरीज हैं जिन्हें हम नहीं सँभाल सकते थे, वे दिन-भरसे भी ज्यादा ठहरे। उनके नुस्खे हम ढाका डिस्पेंसरीमें नहीं बनवा सकते। इसके लिए उच्च अधिकारियोंको अर्जी देनी होगी कि इसे एक विशेष मामला मानकर ये नुस्खे वहाँ बनवा दिये जायें। इससे आसपासके गरीब लोगोंको बहुत राहत पहुँचेगी। परन्तु पहले हमारा विचार ढाकाके हॉस्पिटल असिस्टेंटसे मिलनेका है।

पिछले बुधवारको हमने आसपासके प्रमुख ग्रामीणोंकी एक बैठक बुलाई थी। वहाँ हिन्दू-मुसलमान दोनोंकी एक खासी समिति इस काम के लिए बनाई गई कि वह प्राथमिक शिक्षा तथा गाँवोंकी सफाई के कामका संगठन करे। फसलके बाद हाथ में लिये गये कामोंके लिए जरूरी धन जमा करनेके लिए समितिके सदस्योंकी फिर बैठक बुलायेंगे। अत्यन्त आदर सहित,

हृदयसे आपका,
बबन गोखले

[अंग्रेजीसे]
सिलैक्ट डॉक्यूमेंट्स ऑन महात्मा गांधीज़ मूवमेंट इन चम्पारन