पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 15.pdf/१०६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
७६
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

बहुत समझते हों, इस तरह लिखने बैठ जाते हैं और असफल सिद्ध होते हैं । तुम किसी सरल विषयपर अधिकार प्राप्त करके लिखना शुरू करो, तो जरूर सफल होगे । तुम काछलिया सेठके अवसानका वर्णन अच्छी तरह कर सकते थे। इस प्रकार प्रारम्भ करके आदत हो जानेपर अच्छे लेख लिखे जा सकते हैं। श्री पोलक जब मेरे पास आये, तब उनके लेख लम्बे और नीरस होते थे । चार महीनेके अभ्यासके बाद वे ठीक लिखने लगे और एक वर्ष बाद तो उन्होंने खूब उन्नति कर ली। बड़ी मुश्किल तो यह है कि तुम्हें अपनी शक्तिके बारेमें श्रद्धा नहीं । तुम जड़ हो, यह माननेका कोई कारण नहीं है । तुम्हें लिखने-पढ़नेका शौक हो,[१]

[ गुजरातीसे ]
महादेवभाईनी डायरी, खण्ड ४

८८. पत्र : नरहरि परीखको

[ बम्बई ]
जनवरी २१, १९१९

भाईश्री नरहरि

इस समय रातके साढ़े बारह बजे हैं। कल रातको बवासीरके मस्से कटवाये थे । खूब वेदना भोगनेके बाद माफियाका इन्जेक्शन लिया । उसका नशा चढ़ आया और नींद आ गई। दोपहरके दो बजे सोया, रातके बारह बजे जगा हूँ, इससे दिमाग शान्त है और अब जल्दी ही नींद नहीं आयेगी । और फिर इस समय भाई महादेवके जागनेकी बारी है, इसलिए आपको पत्र लिखनेका इरादा हो जानेसे पत्र लिखवा रहा हूँ ।

सब आशा करते हैं कि आपरेशन हो जानेसे मैं बवासीरके रोगसे सदाके लिए मुक्त हो जाऊँगा । यदि ऐसा हो तो मेरे शरीरके जल्द ही सँभल जानेकी सम्भावना है। मुझे यहाँ कमसे कम एक महीना तो रहना ही होगा । और उसके बाद दूसरी जगह जानेसे पहले मैं आश्रममें आनेवाला हूँ। मैं चाहता हूँ कि मेरे स्वास्थ्यके बारेमें कोई चिन्ता न करे ।

दूधके बारेमें मैंने जो रिआयत ली है, उसपर आपकी आलोचना पढ़कर मुझे बड़ी खुशी हुई है। जब किसी मित्रको ऐसा लगे कि उसका कोई मित्र बीमारीके कारण या अन्य किसी कारणसे कमजोरी दिखा रहा है तो देखनेवाले मित्रका फर्ज है कि वह उस कमजोरीकी तरफ अपने मित्रका ध्यान आकर्षित करे । मनुष्यको गिरनेका लालच इतना अधिक होता है और प्रकृतिने ही उसे अपनेको धोखा देनेकी इतनी ज्यादा सुविधा दे रखी है कि सावधान रहनेवाला आदमी भी कमजोर हो या उसके सारे त्याग वैराग्यहीन हों, तो वह अवश्य गिरेगा । इसलिए जैसा मैंने ऊपर बताया, मित्रोंको एक-दूसरेकी निगरानी रखने की जरूरत है । मैं चाहता हूँ कि आप सब पूरी तरहसे ऐसी निगरानी रखें। इसमें

  1. तो तुममें बहुत शक्ति है । . . .पत्रका बाकी हिस्सा उपलब्ध नहीं है ।