पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 15.pdf/२८४

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२२६. तार : वाइसरायके निजी सचिवको

बम्बई
अप्रैल २१, १९१९

अभी-अभी एसोसिएटेड प्रेसका १९ तारीखका तार पढ़ा जिससे पता चला है कि मार्शल लॉके मातहत जारी किये गये हुक्मोंकी तामील न करनेके कारण गिरफ्तार किये गए लोगोंको आम सड़कोंपर कोड़े लगाये जा रहे हैं। ज्ञात हुआ है कि इन हुक्मोंका सम्बन्ध दुकानें खोलनेसे था । यदि उपर्युक्त तारका कथन सही है तो, सादर निवेदन है कि कोड़ोंकी इस प्रकारकी मार बहुत ही ज्यादा रोष-भावना जाग्रत करेगी । आशा है कि आपसे कोई ऐसा वक्तव्य प्राप्त होगा जिससे चिन्ताके सब कारण दूर होंगे। हर हालत में मैं तो इस सम्बन्धमें आश्वस्त ही होना चाहूँगा कि मार्शल लॉ कार्रवाईके जनरल आफिसर कमांडिंगको इस बातका कोई अधिकार नहीं दिया गया था कि ऊपर बताये गये अपराधोंके सम्बन्धमें लोगोंको सबके सामने या अकेले में कोड़े लगाये जायें ।

[ अंग्रेजीसे ]

नेशनल आर्काइव्ज़ ऑफ इंडिया : होम : पॉलिटिकल : (डिपॉजिट) : मई- १९१९ : संख्या ४

२२७. पत्र : जी० ई० चैटफील्डको

अप्रैल २१, १९१९

प्रिय श्री चैटफील्ड,

अभी एक मित्रने मेरा ध्यान इस बातकी ओर दिलाया है कि इस करके आरोपणके परिणामस्वरूप मिल-कर्मचारियोंको दुहरी क्षति होगी। वेतनमें होनेवाली कटौती के रूपमें एक बार उनसे वसूली कर ही ली गई है। अब, जैसा कि मुझे बताया गया हैं, पानीके करके द्वारा भी उनसे पैसा वसूल किया जायेगा क्योंकि यदि किसी किरायेदारका वेतन सात रुपये माहवारसे अधिक है तो प्रत्येक छोटेसे घरके लिए भी कर चुकाना होगा। इस प्रकार लगभग सभी मिल कर्मचारियोंको दूना कर अदा करना होगा । शायद आपने इस मुद्देपर ध्यान नहीं दिया है। आपको माफी देनेका अधिकार है। यदि मेरा निवेदन सही है तो क्या आप मिल-कर्मचारियोंको दुहरे करसे मुक्त करनेकी कृपा करेंगे?

हृदयसे आपका,

दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ६५५५ ) की फोटो - नकलसे । हृदयसे आपका,