पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 15.pdf/३५०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।



३२०
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय


है । कृपया सूचित करें कि गोवर्धनदासका अपराध क्या है और वे पंजाबसे बाहरके किसी वकीलको नॉर्टन और रायको 'ट्रिब्यून' के लगा सकते हैं या सम्पादककी नहीं । और श्री पैरवी क्यों नहीं करने दी गई ।

गांधी

अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ६६१३) की फोटो - नकलसे ।

२८५. पत्र : जे० एल० मैफीको

बम्बई
मई १६, १९१९

प्रिय श्री मैफी,

इसके साथ मैं उस तारकी नकल भेज रहा हूँ जो मैंने कल आपको भेजा था । मैंने पंजाबकी घटनाओंके बारेमें एक भी शब्द नहीं कहा है। इसका कारण यह नहीं है कि मैंने उनके बारेमें सोचा-विचारा नहीं है, बल्कि इसका कारण यह है कि मैं जान नहीं पाया कि क्या सच माना जाये और क्या झूठ । यहाँतक कि सरकारी वक्तव्य भी बहुत अधिक खरे और स्पष्ट नहीं हैं। मुझे आशा थी, और अब भी है, कि दंगोंके कारणों तथा उन्हें दबानेके लिए की गई सरकारी कार्रवाइयोंके सम्बन्धमें शीघ्र ही पूर्ण रूपसे जाँच की जायेगी ।

श्री गोवर्धनदासकी गिरफ्तारी और सहवर्ती घटनाओं तथा 'ट्रिब्यून' के सम्पादकके वकीलों, सर्वश्री नॉर्टन और रायके नाम जारी की गई निषेधाज्ञासे भी मुझे वैसा ही सदमा पहुँचा है जैसा कि कोड़े मारनेके समाचारसे पहुँचा था ।

मैं इस अवसरपर आपको जो कष्ट दे रहा हूँ उसके लिए आप मुझे क्षमा करेंगे। परन्तु मैं जानता हूँ कि आप मेरे इस विशेष आग्रहको समझेंगे ।

मेरी समझमें अफगानिस्तानसे उठा तूफान[१] लगभग शान्त हो गया है।

हृदयसे आपका,
मो० क० गां०

अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ६६१५ ) की फोटो - नकलसे ।

 
  1. . देखिए " पत्र : जे० एल० मै फोको", ११-५-१९१९की पाद-टिप्पणी १ ।