पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 15.pdf/३५५

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२९०. पत्र : एफ० सी० ग्रिफिथको

बम्बई
मई २३, [१९१९]

प्रिय श्री ग्रिफिथ,

क्या आप मुझे भारत-रक्षा कानून [ डिफेंस ऑफ इंडिया ऐक्ट ] के अन्तर्गत दिये गये विनियमोंकी एक प्रति भेज सकेंगे या कहींसे भिजवा सकेंगे ? में उसे आज शामको ही लौटा दूँगा ।

हृदयसे आपका,
मो० क० गांधी

गांधीजीके हस्ताक्षरयुक्त तथा महादेव देसाईके स्वाक्षरोंमें मूल अंग्रेजी पत्रसे; बॉम्बे गवर्नमेंट रेकर्ड्स : बॉम्बे पुलिस कमिश्नरकी फाइल सं० ३००१ / एच / १९, पृष्ठ १२९ ।

२९१. पत्र : एफ० सी० ग्रिफिथको

बम्बई
मई २३, [१९१९]

प्रिय श्री ग्रिफिथ,

आपने मेरे लिए भा० २० वि०[१]की एक प्रति प्राप्त करनेके लिए जो कष्ट उठाया, उसके लिए अनेक धन्यवाद ।

मुझे आपका यह सन्देश भी मिला कि आप मुझसे कल मुलाकात करना चाहेंगे । परन्तु मैं एक पूर्व निश्चित कामके सिलसिलेमें आज रातको डाक गाड़ीसे अहमदाबाद रवाना हो रहा हूँ । आज साढ़े चार बजेसे पाँच बजेके बीच अथवा फिर मंगलवारको जिस समय भी आप चाहें मैं आपसे मिल सकता हूँ; क्योंकि अहमदाबादसे में मंगलको सुबह ही वापस आ जाऊँगा ।

हृदयसे आपका,
मो० क० गांधी

गांधीजीके हस्ताक्षरयुक्त तथा महादेव देसाईके स्वाक्षरोंमें मूल अंग्रेजी पत्रसे : बॉम्बे गवर्नमेंट रेकर्ड्स : बॉम्बे पुलिस कमिश्नरकी फाइल सं० ३००१ / एच / १९, पृष्ठ १२५ ।

 
  1. भारत-रक्षा विनियम ( डिफेन्स ऑफ इंडिया रेग्युलेशन्स ) ।