पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 15.pdf/३५६

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२९२. पत्र : एफ० सी० ग्रिफिथको

लैबनंम रोड
बम्बई
मई २३, [१९१९]

प्रिय श्री ग्रिफिथ,

पत्र मिला । धन्यवाद । मंगलवारको २ बजे दिनसे ४ बजे तक का समय मेरे लिए बिल्कुल अनुकूल रहेगा ।

मैं इस पत्रके साथ 'लेजिस्लेशन ऐंड ऑर्डर्स रिलेटिंग टु द वॉर" जिसमें भारत-रक्षा विनियम भी हैं वापस भेज रहा हूँ ।

हृदयसे आपका,
मो० क० गांधी

गांधीजीके हस्ताक्षरयुक्त तथा महादेव देसाईके स्वाक्षरों में मूल अंग्रेजी पत्रसे : बॉम्बे गवर्नमेंट रेकर्ड्स : बॉम्बे पुलिस कमिश्नरकी फाइल संख्या ३००१ / एच / १९, पृष्ठ १२७ ।

२९३. पत्र : अली भाइयोंको

लैबर्नम रोड
गामदेवी
बम्बई
मई २३, १९१९

प्रिय मित्रो, मैं

कुछ बातोंमें आप लोगोंसे सहमत नहीं हो पाया हूँ और इसलिए दुःखी मनसे यह पत्र लिख रहा हूँ, आपको भी इससे दुःख होना अनिवार्य है । मैंने श्री घाटेकी मारफत आप लोगोंको जो पत्र[१]लिखा था, पता नहीं वह पत्र आपको मिला या नहीं; यह भी नहीं मालूम कि यदि मिल गया था तो आप तक पहुँचा या नहीं । वाइसरायके नाम आपके अभ्यावेदनके बारेमें मेरे विचार उस पत्रसे स्पष्ट हो जाते हैं। मैं वे बातें ही संक्षेपमें दुबारा स्पष्ट करनेकी चेष्टा करूँगा, क्योंकि आपका उत्तर न पानेसे मुझे लग रहा है कि मेरा वह पत्र आपको नहीं मिला है।

 
  1. ८-५-१९१९ का पत्र ।