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पत्र : सत्याग्रह- समितिके मन्त्रियोंको

मैं अहमदाबादसे पत्र लिख रहा हूँ, इसलिए इस समय मेरे पास उसकी नकल नहीं है, कि उसे भेज सकूँ ।

हृदयसे आपका,

अंग्रेजी (एस० एन० ६७०३) की फोटो नकलसे ।

३३२. पत्र : गिलिस्पीको

अहमदाबाद
[ जून ११, १९१९ के बाद ]

प्रिय श्री गिलिस्पी,

आपका पत्र पाकर खुशी हुई। असल बात तो यह है कि मैं स्वयं ही स्वदेशीके सम्बन्धमें सहायताकी प्रार्थना करनेके लिए आपको पत्र लिखनेका विचार कर रहा था । मैं व्यावसायिक ईमानदारी रखने की आवश्यकताके सम्बन्धमें आपसे पूर्णतः सहमत हूँ । मैं इस आन्दोलनको ठीक मार्गपर चलानेका यथासम्भव पूरा प्रयत्न कर रहा हूँ ।

बड़ा अच्छा हो, अगर आप प्रतिज्ञापर हस्ताक्षर करें या वैसा ही करें जैसा सर स्टैनली रोडने किया है। इसके साथ 'यंग इंडिया' का वह अंक[१] भेज रहा हूँ, जिसमें उनका पत्र दिया गया है ।

सत्याग्रहकी बात और भी कठिन है। मैं रविवारको अहमदाबादमें ही रहूँगा और यदि आप आश्रममें आ सकें तो आपसे मिलकर बड़ी प्रसन्नता होगी।

हृदयसे आपका,

अंग्रेजी (एस० एन० ६६८३ ए०) की फोटो - नकलसे ।


३३३. पत्र : सत्याग्रह- समितिके मन्त्रियोंको

लैबर्नम रोड
गामदेवी
बम्बई
जून १२, १९१९

प्रिय मन्त्रियो

मैं चाहता हूँ कि कार्यकारिणी समिति सविनय अवज्ञाको फिरसे शुरू करनेके प्रश्नपर विचार करे और निर्णय करे। मैं यह भी चाहता हूँ कि वह अगली जुलाईके प्रारम्भमें शुरू हो। इस पुनरारम्भके विरुद्ध जितनी भी बातें कही गई हैं, उनपर सावधानीसे विचार करने के बाद में इस नतीजे पर पहुँचा हूँ कि सत्याग्रहकी शपथके अनुरूप,

  1. तारीख ११-६-१९१९ का ।