- अहमदाबाद सिविल अस्पतालमें घायलोंको देखने गये ।
- सर इ० रहीमतुल्लाको पत्र द्वारा यह बताया कि दंगोंका कारण मेरी गिरफ्तारी ही थी ।
अप्रैल १६ : उत्तरी क्षेत्र (बम्बई) के कमिश्नरको पत्र द्वारा सूचित किया कि वे जरूर सरकारकी मदद करेंगे ।
- गांधीजीने सत्याग्रह पत्रक में अपील की कि मृतकों और घायलोंके परिवारोंको सहायता दी जाये ।
- गुजरांवाला में गिरफ्तारियाँ । अनेक स्थानोंमें तारोंका काटा जाना और दंगे ।
अप्रैल १७ : दिल्लीमें पुलिस द्वारा गोली चलाई गई ।
- पंजाब के नेताओंको देश निकाला ।
- 'अमृतबाजार पत्रिका' की जमानत जब्त ।
अप्रैल १८ : गांधीजीने सत्याग्रहको थोड़े समयके लिए स्थगित करनेका निश्चय किया ।
अप्रैल १९ : पंडित मदनमोहन मालवीयकी अध्यक्षतामें हिन्दी साहित्य सम्मेलन, बम्बईकी बैठक में भाग लिया ।
अप्रैल २० : बम्बई में मालवीयजीकी अध्यक्षता में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटीकी बैठक; गांधीजी और मिसेज़ बेसेंट उपस्थित ।
- जनरल डायरने 'रेंगकर चलनेका हुक्म' जारी किया ।
अप्रैल २१ : आन्दोलनको स्थगित करनेके साथ ही 'सत्याग्रही 'का प्रकाशन बन्द ।
- अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटीने पंजाबकी स्थितिपर प्रस्ताव पास किया । :गांधीजीने वाइसरायके निजी सचिवको तार भेजा जिसमें लोगोंको सरे आम कोड़े लगानेका विरोध किया ।
- अहमदाबादके कलक्टरको पत्र में लिखा कि मिल मजदूरोंसे कर न लिया जाये । बम्बई से अहमदाबाद आये ।
अप्रैल २४ : गांधीजी बम्बईके लिए रवाना हुए।
- पंजाब में मार्शल लॉ आयोगने अपना काम प्रारम्भ कर दिया ।
अप्रैल २५ : गांधीजीने बम्बईमें सत्याग्रह-सभा में भाषण दिया । सत्याग्रहके महत्त्वके विषय में एक पत्रक प्रकाशित किया ।
अप्रैल २६ : बी० जी० हॉर्निमैनको भारत छोड़ देनेका हुक्म मिला । 'बॉम्बे क्रॉनिकल' का प्रकाशन बन्द ।
- गांधीजीने एक पत्रकमें हॉर्निमैनके देशनिकालेपर विचार व्यक्त करते हुए लोगोंको हिंसा और प्रदर्शन न करनेकी सलाह दी ।
अप्रैल २८ : कांग्रेसका शिष्टमण्डल विलायतके लिए रवाना ।
- गांधीजीने 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को अपने अहमदाबादके भाषणकी प्रकाशित रिपोर्ट में संशोधन सूचित करते हुए पत्र लिखा ।
अप्रैल २९ : बम्बई सरकारके सचिव क्रिररको हॉर्निमैनके देशनिकाले तथा 'बॉम्बे क्रॉनिकल' पर लागू समाचार नियन्त्रण आदेशके सम्बन्धमें पत्र लिखा ।