(२) यदि उन्हें उसमें समुचित स्थान नहीं दिया गया है, तो फिर आप इन अधिकारोंकी मंजूरीकी माँग करनेवाली विशेष-कांग्रेस में शामिल क्यों नहीं हुए ?
(३) यदि आपका विश्वास है कि मॉण्टेग्यू-चेम्सफोर्ड योजना भारतीय जनताके लिए सन्तोषप्रद है, तो फिर आपने मॉडरेटों [ नरम दलीय लोगों ] के सम्मेलनमें' भाग क्यों नहीं लिया ? श्री गांधीने इन प्रश्नोंके निम्नलिखित उत्तर भेजे हैं :
(१) कांग्रेस-लीग योजना' द्वारा माँगे गये सभी अधिकारोंको मॉण्टेग्यू-चेम्सफोर्ड योजनामें मान्यता नहीं दी गई है ।
(२) मैं विशेष-कांग्रेसमें इसलिए सम्मिलित नहीं हुआ कि सिद्धान्तके कुछ प्रश्नों पर उसके नेताओंके साथ मेरा मतभेद था और ऐसी परिस्थितिमें मैंने कांग्रेसके मंचसे अपने विचार पेश करना अनुचित समझा । और चूंकि विवाद ग्रस्त मसलोंके बारेमें मैं अपनी मौन स्वीकृति भी नहीं देना चाहता था, इसलिए मैंने उसमें अनुपस्थित रहना ही अच्छा समझा ।
(३) सिद्धान्तके कुछ प्रश्नोंपर जिस प्रकार मेरा मतभेद गरमदलीय नेताओंके साथ है उसी प्रकार नरमदलीय नेताओंके साथ भी है ।
(४) सैद्धान्तिक मतभेद क्या हैं - यह एक पेचीदा विषय है, इसलिए यहाँ उसपर चर्चा नहीं की जा सकती । और मैं आजकल बीमार हूँ, अपनी व्यक्तिगत रायके बारेमें चर्चा न करनेका यही अपने-आपमें एक पर्याप्त कारण है । [अंग्रेजीसे ] इंडियन रिव्यू, दिसम्बर १९१८ के अंकमें न्यू टाइम्स से उद्धृत ।
७८. तार : मद्रासके मिल मजदूरोंको[१]
[ दिसम्बर २, ] १९१८
हालाँकि चंगा होता जा रहा हूँ, अभी बिस्तर नहीं छूट पाया है, इसलिए
मद्रास आने या मजदूरों को अन्य कोई सहायता करने में असमर्थ हूं
मो० को० गांधी
- [ अंग्रेजीसे ]
- बंगाली, ४-१२-१९१८
१. सैयद इमामकी अध्यक्षता में अगस्त-सितम्बर, १९१८ में बम्बई में हुआ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसका विशेष अधिवेशन । २. नवम्बर, १९१८ का । ३. कांग्रेस-लीग योजना, १९१६ । ४. यह तार 'मद्रास मजदूर संघके कामदिलाऊ दफ्तर [ लेबर यूनियन एम्प्लायमेण्ट ब्यूरो ] के तत्वावधान में २ दिसम्बर की शामको हुई मिल मजदूरों की बैठकमें पढ़कर सुनाया गया था ।
- ↑ यह तार 'मद्रास मजदूर संघके कामदिलाऊ दफ्तर [ लेबर यूनियन एम्प्लायमेण्ट ब्यूरो ] के तत्वावधान में २ दिसम्बर की शामको हुई मिल मजदूरों की बैठकमें पढ़कर सुनाया गया था
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