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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

सिद्ध होंगे अथवा नहीं यह तो अनुभवसे ही मालूम होगा। सर चिमनलाल सीतलवाड स्वर्गीय सर फोरोजशाह[१]-जैसे होशियार नेताके शिष्य एवं मित्र हैं, इसलिए ये महोदय निष्पक्ष एवं स्वतन्त्र रहेंगे, ऐसा हम मान सकते हैं। साहबजादा सुलतान अहमदके सम्बन्धमें हमें बहुत थोड़ी जानकारी है। यही बात दूसरे सदस्योंपर भी लागू होती है। लॉर्ड इंटर बाहरके वातावरणसे आये हैं इसलिए हम आशा रख सकते हैं कि ये महोदय दृढ़ता एवं तटस्थताके गुणोंका - जो एक अध्यक्षमें होने ही चाहिए - परिचय देंगे। समिति अपना काम मुख्यतः प्रकट रूपसे करेगी और यह न्याय प्राप्तिका एक बड़ा साधन माना जा सकता है। न्याय मिलेगा अथवा नहीं इसका मुख्य आधार तो अन्ततः हमारे ऊपर ही रहेगा। यदि प्रत्येक स्थानसे अनुभवी व्यक्तियोंकी गवाहियाँ मिलें तो इसमें सन्देह नहीं कि आयोगके सदस्य न्यायके अलावा और कुछ कर ही नहीं सकेंगे। जो व्यक्ति हकीकत जानता हो यदि वह निर्भयतापूर्वक उसकी गवाही देगा तो हमारा विश्वास है कि पंजाबमें जो घोर अन्याय किया गया है वह पूरी तरह जनताके समक्ष प्रकट हो जायेगा। वाइसराय के प्रकाशित भाषणसे ऐसा अर्थ तो निकलता है कि आयोगकी नियुक्तिकी शर्तोंके अनुसार जो सजाएँ दी जा चुकी हैं उनकी फिरसे जांच हो सकेगी। लेकिन यह बात तो बादमें ही अच्छी तरहसे स्पष्ट हो सकेगी।

[गुजरातीसे]

नवजीवन, ७-९-१९१९

६७. दुःखी पंजाब

एक ओर पंजाब से वहाँ एकके-बाद-एक अनेक मामलोंमें किये गए अन्याय के समाचार मिलते रहते हैं तो दूसरी ओर हमें स्वामी श्रद्धानन्दजीकी[२] मार्फत लोगोंके दुःखकी गाथा सुननेको मिलती है। करमचन्द नामक एक युवक विद्यार्थीको फाँसीकी सजा दी गई थी, लेकिन जैसा कि इस युवकके मामलेके प्रकाशित विवरणका विश्लेषण करके श्री गांधीने सिद्ध किया है, यह सजा बिना किसी सबूत के दी गई थी। सौभाग्य से इस युवकको फाँसीपर नहीं लटकाया गया; और अब उसे एक वर्ष कैदकी सजा ही दी गई है। लेकिन ऐसे मामलोंमें सजाका कम किया जाना न्यायका सूचक नहीं माना जा सकता। जहाँ अपराध किया ही नहीं गया, जहाँ निरपराध व्यक्तिको दोषी ठहराया गया है वहाँ सजामें कटौती करके कृपाभाव दरसाना ठीक वैसा ही है। जैसे किसीकी सम्पत्ति छीन लेना और फिरसे उसे थोड़ा-सा हिस्सा वापस देकर मेहरबानी जताना। जनता अथवा जो निर्दोष व्यक्ति इस समय सजा भुगत रहे हैं वे मेहर-

  1. फीरोजशाह मेहता।
  2. महात्मा मुन्शीराम (१८५६-१९२६); गुरुकुल काँगड़ीके संस्थापक और आर्यसमाजके प्रमुख नेता।