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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

यदि लोग शान्ति, विवेक तथा मर्यादामें रहते हुए सावधानी तथा निडरतासे काम लेंगे तो मुझे विश्वास है कि सरकार अपनी भूल स्वीकार कर लेगी। यह २०-२५ हजार रुपयेका सवाल नहीं। सवाल यह है कि इससे नडियाद और बारेजडीपर कलंक लगता है। इस कलंकको दूर करना नडियादवासियों तथा वारेजडीके जमींदारोंका कर्तव्य है; और हमारा फर्ज है कि हम उनकी सहायता करें।

[गुजरातीसे]

नवजीवन, २८-९-१९१९

१०८. पंजाब-समिति

पंजाब-समितिमें अजीबो-गरीब परिवर्तन होते रहते हैं। लगता है कि पंजाबके सम्बन्धमें किये गये आन्दोलनका सरकारपर असर हुआ है। समितिके क्या परिणाम निकलेंगे, यह कहना मुश्किल है। हमारा आन्दोलन और जोरदार हुआ होता तो हमारे लिए भयका कोई कारण न रहता। पंजाब के सम्बन्धमें हमें दुःख तो बहुत पहुँचा है किन्तु तत्सम्बन्धी उतनी जानकारी हमने नहीं प्राप्त की। उसे पानेका हमने उतना प्रयास भी नहीं किया। इतना होनेपर भी जैसा कि संन्यासी श्रद्धानन्दजी कहते हैं, चारों तरफसे लोगों में पंजाब के लिए सहानुभूति उमड़ पड़ी है; यह कोई मामूली बात नहीं है। "पंजाब हमारा है, पंजाबी हमारे भाई हैं" चारों ओरसे हमें ऐसी ध्वनि सुनाई देती है, यह हमारी राष्ट्रीय भावना तथा एकताका परिचायक है।

सर विलियम विन्सेंटने सरकारकी ओरसे कहा है कि पंजाब-समितिमें दो और सदस्य नियुक्त किये जायेंगे - एक भारतीय और एक यूरोपीय। यह खबर एक तरहसे सन्तोषजनक कही जा सकती है। इससे पता चलता है कि लोक भावनाका कुछ सम्मान किया गया है। दूसरी ओर यह चिन्ता उपजानेवाली बात भी है। कैसे सदस्य नियुक्त किये जायेंगे? यदि सदस्य ईमानदार, स्वतन्त्र और होशियार हुए तो समितिको बल मिलेगा तथा हम न्यायकी और अधिक आशा कर सकेंगे। यदि वे ईमानदारीकी अपेक्षा स्वार्थको अधिक महत्त्व देनेवाले हुए, स्वतन्त्रताकी अपेक्षा खुशामद करना उन्हें अधिक प्रिय हुआ, होशियारीकी कमीको चालाकी से पूरा करनेवाले हुए तो कड़ाहीसे निकलकर चूल्हे में गिरने के समान होगा। अभी थोड़ी ही देरमें गाजेबाजेके साथ उनके नामोंकी घोषणा की जायेगी, इसलिए हमें लम्बे अर्से तक संशयमें नहीं रहना पड़ेगा।

इसी समिति से एक दूसरी समितिकी नियुक्ति की जानेवाली है। समितिको पंजाबमें दी गई सजाओंकी जाँच करनेका अधिकार है या नहीं, यह सवाल हम हमेशासे करते आये हैं। यह दूसरी समिति इसी प्रश्नका उत्तर है। सर विलियम विन्सेंटने बताया है कि सजाकी जाँच करनेके लिए उच्च न्यायालयके दो न्यायाधीशोंकी नियुक्ति की जायेगी। उनमें एक भारतीय और एक अंग्रेज होगा। उपर्युक्त टीका इस समाचारके सम्बन्ध में भी लागू होती है। उच्च न्यायालयके न्यायाधीश पंजाबमें भी नियुक्त किये