पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 16.pdf/२४१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।

१२२. भाषण : बधाई-सभा में[१]

बम्बई
अक्तूबर २, १९१९


भेंटमें दी गई थैलीको स्वीकार करते हुए गांधीजीने कहा कि आप लोगोंने मेरे जन्मदिवसपर जो कुछ किया है उसके लिए मैं आप लोगोंका कृतज्ञ हूँ। मैं इस रकमको बहुत सोच-विचारकर भारतीय स्त्री-समाजकी दशा सुधारनेसे सम्बन्ध रखनेवाले किसी काममें खर्च करूंगा। आप लोगोंसे भी अपने-अपने सुझाव देनेको कहूँगा।

[अंग्रेजीसे]

इंडियन रिव्यू, अक्तूबर १९१९

१२३. तार : वाइसरायके निजी सचिवको

[ अक्तूबर २, १९१९]

उपद्रवोंकी होनेवाली जाँचको ध्यानमें रखते हुए मैंने अहमदाबाद से आपको लिखा[२] था जिसमें मेरे नाम जारी नजरबन्दी तथा निष्कासनके हुक्म रद करनेकी प्रार्थना की गई थी। अभी-अभी ज्ञात हुआ है कि समिति जाँच-कार्य इस मासके अन्तमें प्रारम्भ करनेवाली है। इसलिए अविलम्ब तार द्वारा उत्तर[३] देनेकी कृपा करें।

गांधी
अहमदाबाद

[अंग्रेजीसे]

बॉम्बे गवर्नमेंट रेकर्ड्स।

  1. गांधीजोको ५० वीं वर्षगाँठ मनानेके लिए भगिनी समाज द्वारा एक सार्वजनिक सभाका आयोजन किया गया था। इस सभामें गांधीजीको एक थैली भेंट की गई थी।
  2. देखिए "पत्र : वाइसरायके निजी सचिवको", सितम्बर ३०, १९१९
  3. उत्तरमें मैफीने अपने ३ अक्तूबरके तारमें लिखा था: "वे हुक्म जिनका आपने उल्लेख किया है १५ अक्तूबरको रद कर दिये जायेंगे। लॉर्ड हंटर १ अक्तूबरको लन्दनसे रवाना नहीं हुए पर आशा है वे कल जहाज द्वारा चल दिये होंगे।" आदेश वापस लिए जानेकी सूचना गांधीजीको १६ अक्तूबर को दी गईं; देखिए "पत्र : अखबारोंको", अक्तूबर १७-१०-१९१९

१६-१४