पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 16.pdf/२४७

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१२८. तार : मद्रासके गवर्नरके निजी सचिवको

[अहमदाबाद
अक्तूबर ४, १९१९]

परमश्रेष्ठ गवर्नर महोदय
मद्रास

श्री एन्ड्रयूजने लिखा है कि गवर्नर महोदय कुमारी फैरिंगको मेरे पास शीघ्र आने देनेकी व्यवस्था कर रहे हैं। इस समय वे कहीं काम नहीं कर रही हैं और मेरे पास आनेको बहुत इच्छुक हैं। अगर उनके बारेमें पूछताछ की जा रही हो तो क्या उस बीच परमश्रेष्ठ कुमारी फैरिंगको मेरे पास आनेकी अनुमति देनेकी कृपा करेंगे?[१]

गांधी

हस्तलिखित अंग्रेजी मसविदे (एस० एन० ६९३१) की फोटो नकलसे।

१२९. तार : एस्थर फैरिंगको

[अहमदाबाद
अक्तूबर ४, १९१९][२]

धीरज रखो। तुम्हारे जल्दी आनेकी व्यवस्था करनेके लिए मद्रासके गवर्नरको तार दिया है।[३]

हस्तलिखित अंग्रेजी मसविदे (एस० एन० ६९३२) की फोटो नकलसे।

  1. अपने १५ और २१ तारीखके पत्रोंमें एस्थर फैरिंगने अपनी यह तीव्र इच्छा व्यक्त की थी कि वे जल्दी से जल्दी साबरमती आश्रम आना चाहती हैं। २८ तारीखको लिखे अपने पत्र में उन्होंने गांधीजीसे बम्बई जाकर इस सम्बन्धमें गवर्नर से बातचीत करने की अनुमति माँगी थी।
  2. ६ अक्तूबरको मद्रासके गवर्नरके कार्यालयसे गांधीजीको इस तारकी प्राप्ति सूचित करते हुए जो पत्र लिखा गया था, उसमें इस तारीखका उल्लेख है।
  3. इसका निम्नलिखित उत्तर प्राप्त हुआ था: "... अगर कुमारी फैरिंग सामान्य तौरपर सरकारसे बम्बई यात्रा की प्रार्थना करें तो अनुमति देनेमें कोई कठिनाई नहीं होगी।" गांधीजीने इस पत्रको प्राप्ति सूचित करते हुए २२ अक्तूबर, १९१९ को पत्र लिखा था; देखिए "पत्र : मद्रासके गवर्नरके निजी सचिवको", २२-१०-१९१९।