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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

खयालसे मैंने हड़ताल करनेका आदेश दिया, और दोनों ही अवसरोंपर हमें पूरी सफलता प्राप्त हुई, हालांकि हड़ताल बहुत बड़े पैमानेपर की गई थी और भारतके कई स्थानोंमें यह अपने ढंगसे पूरी तरह की गई थी।

हो सकता है मुझे तथ्योंकी ठीक जानकारी न हो, लेकिन क्या मेरी यह मान्यता सही है कि दक्षिण आफ्रिकामें आपके आन्दोलनकी सफलताका कारण लोगोंका बहुत बड़ी तादादमें जेल जाना था?

हाँ, बल्कि यों कहें कि उसका कारण यह था कि उन्होंने किसी तरहकी हिंसाका सहारा नहीं लिया।

और साथ ही वे लोग काफी बड़ी तादादमें जेल भी गये?

निःसन्देह।

तो आप जो कुछ चाहते थे वह आपको महज इसलिए प्राप्त नहीं हुआ कि उनमें से मुट्ठी भर लोग ही जेल गये?

हम जो-कुछ चाहते थे वह हमें जिस समय मिला उस समय लोग उतनी बड़ी तादाद में जेल में नहीं थे जितनी बड़ी तादादकी आप कल्पना कर रहे हैं। में इस बातसे इनकार नहीं करता कि जेल जानेवाले लोगोंकी भारी संख्याका समुचित असर हुआ। इस सम्बन्धमें तो दक्षिण आफ्रिकाके राजनयिक लोग अधिक अधिकारपूर्वक कह सकते हैं, लेकिन खुद मेरी धारणा यह है कि दक्षिण आफ्रिकाके लोगोंमें जो इस आन्दोलनके इतने अधिक समर्थक मिले उसका कारण यह था कि यह आन्दोलन बहुत ठीक ढंगका था। आखिरकार हम लोग तो मुट्ठी-भर थे और अगर हम सही रास्तेसे सूत-भर भी अलग हट जाते तो हमारा अस्तित्व ही मिटा दिया जाता।

पता नहीं आप मेरे इस विचारसे सहमत हैं या नहीं कि संख्याकी गुरुता इस सफलताका एक बहुत बड़ा कारण थी?

मैं कहूँगा कि इसका जितना चाहिए उतना प्रभाव तो हुआ ही था।

अब आपने एक बात और उठाई है जिसे में स्पष्ट कर देना चाहता हूँ, क्योंकि देखता हूँ, आपने अपने मद्रासके भाषणमें उस बातकी चर्चा की है। सत्याग्रह आन्दोलन प्रारम्भ करनेमें आपका एक उद्देश्य यह था कि आपने देखा कि भारतमें एक उग्रवादी वर्ग है, एक ऐसा वर्ग जो हिंसा और अराजकतापर उतारू है, और आपका उद्देश्य इस वर्ग के लोगोंके लिए काम करनेका एक अच्छा मंच, यानी अधिक शुद्ध और नतिक मंच प्रस्तुत करना था—था न?

जी हाँ, निःसन्देह।

सर सीतलवाडने आपसे एक सवाल किया था और चूँकि में उनसे सहमत नहीं हूँ, इसलिए आपके विचार जानना चाहता हूँ। मान लीजिए अलग-अलग व्यक्ति अपनी-अपनी समझके अनुसार कोई भी कानून तोड़नेके लिए तैयार हैं, तो में यह नहीं समझ पा रहा हूँ कि उससे किसी व्यक्तिको परेशानी क्यों होनी चाहिए। मान लीजिए मैं किसी नगरपालिकाको सीमामें रहता हूँ और कोई ऐसा कर लगाया गया है जिसे