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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

जायेगा तो फिर वह उतने ही उत्साहसे इस्लामी दुनियाको आश्वस्त करने और जो क्रोध या दुःखके वशीभूत होकर अपने समान हितोंके बारेमें गलतफहमियाँ होनेके कारण अलग हो गये हैं, उनको खुश करनेमें जुट जायेगा। इन गलतफहमियोंको दूर करके विश्वशान्तिको स्थापना करनेके लिए सभी लोग बहुत उत्सुक हैं। हम चाहते हैं कि उस कृपालु ईश्वरकी दयासे हम और आपकी सरकार इस सम्भावनापूर्ण और पवित्र उद्देश्यको पूरा कर सकें।

हम हैं आपके अत्यन्त आज्ञाकारी सेवक आदि,

[अंग्रेजीसे]

अमृतबाजार पत्रिका, २४-१-१९२०