मुस्लिम लीगके अध्यक्षकी हैसियतसे, कुछ सदस्योंके प्रबल विरोधके बावजूद, त्योहारोंके अवसरपर गोवध न करनेका प्रस्ताव लीगसे स्वीकार करा लिया। अली-बन्धुओंने अपने घरमें गोमांस खाना बन्द कर दिया है। हमें इन उदार हृदय मुसलमानोंके प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए कि उन्होंने हमारे अनुरोध-आग्रहके बिना इतना किया। हमें उन लोगोंको इस बातकी पूरी छूट देनी चाहिए कि इस कठिन समस्याका समाधान वे अपने ही तरीकेसे करें। हिन्दू भाइयोंको मेरी यह सलाह है कि "आप मुसलमानोंकी इस दुःखकी घड़ीमें उदारता और आत्म-त्यागके भावसे, आप उनके लिए कितना-कुछ दे रहे हैं इसका तनिक भी ध्यान किये बिना, उनकी सहायता कीजिए और फिर आप देखेंगे कि आपने किस तरह गोरक्षाका काम किया है।" इस्लाम एक उदात्त धर्म है। इसमें और इसके अनुयायियोंमें विश्वास रखिए। जबतक खिलाफत आन्दोलन चल रहा है तबतक अगर कोई हिन्दू उनसे गोरक्षा या अन्य किसी धार्मिक मामले में सहायता की चर्चा करता है तो उसे हमें अपराध मानना चाहिए।
यंग इंडिया, ४–८–१९२०
८३. तार : अब्दुल जब्बारको
बम्बई
[५ अगस्त, १९२० के पूर्व][१]
सभापति
खिलाफत
हैदराबाद (सिन्ध)
आपका तार [मिला]। पीर साहबसे अनुरोध करें कि बहादुर अनुयायियोंको सहनशीलता और धैर्यका उपदेश दें, सब निष्ठापूर्वक हिंसासे बचें और सहर्ष जेल जायें। यदि अब भी हम लोगोंकी जरूरत हो तो तुरन्त तार दें। कल रवाना हो सकते हैं।
गांधी
शौकत अली
बॉम्बे सीक्रेट एब्स्ट्रैक्ट्स, १९२०, पृष्ठ ११८४
- ↑ तार ५ अगस्तको दर्ज किया गया था।