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२५२. तार : मुहम्मद अलीको
[८ नवम्बर, १९२०][१]
[मुहम्मद अली
अलीगढ़]
अलीगढ़]
शौकत अलीने पूरी जानकारी दी। हारवर्डके मेधावी स्नातक एण्ड्र्यूज और हिन्दू विश्वविद्यालयके कृपलानीको[२]भेजनेका प्रबन्ध कर रहा हूँ। जरूरत हो तो और लोग भेजे जा सकते हैं। आपको हार्दिक बधाई। आशा है कि विद्यार्थी दृढ़ रहेंगे और नाजुक समयमें बराबर शिष्ट और शान्त व्यवहार कायम रखा जायेगा। मैं विद्यार्थियोंको अपनी उस इच्छाकी याद दिलाना चाहूँगा जो मैंने पहली बार उनसे अलीगढ़में मिलनेपर व्यक्त की थी। शील, प्रतिष्ठा, इस्लाम और भारतकी खातिर उन्हें सादा रहन-सहन और ऊँचे विचार जीवनके सिद्धान्त बना लेने चाहिए। हमारे देशको सच्चे फकीरों और नम्रताकी कभी इतनी आवश्यकता नहीं रही जितनी आज है।
[अंग्रेजीसे]
अमृतबाजार पत्रिका, ९-११-१९२०
अमृतबाजार पत्रिका, ९-११-१९२०