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अस्पृश्यताका पाप

चाहिए, जिससे हमारी पिछली लापरवाहियों और त्रुटियोंकी भरपाई की जा सके। इसके जरिये विद्यार्थी भी नये पाठ्यक्रमोंके लिए ज्यादा ठीक तैयारी करने योग्य बनेंगे।

क्या मैं प्रगतिके बढ़ते चरणको पीछेकी ओर ले जाना चाहता हूँ? क्या मैं मिलोंकी जगह चरखे और करघेको देना चाहता हूँ? क्या मैं रेलगाड़ीकी जगह बैलगाड़ीको रखना चाहता हूँ? क्या मैं मशीन-मात्रको नष्ट कर देना चाहता हूँ? कुछ पत्रकारों और सार्वजनिक कार्यकर्त्ताओंने मुझसे ये सवाल किये हैं। मेरा जवाब है : अगर मशीनें गायब हो ही जायें तो मुझे कोई अफसोस नहीं होगा और न मैं उसे किसी तरहका दुर्भाग्य या विपत्ति समझूँगा। लेकिन मशीनोंको नष्ट करनेकी मेरी कोई योजना नहीं है। अभी तो मैं, अपनी मिलों द्वारा तैयार किये गये सूत और कपड़ेसे जिस हदतक हमारी जरूरतें पूरी नहीं होतीं उस हदतक उन्हें पूरा करना चाहता हूँ; और चाहता हूँ कि विदेशोंको भेजा जानेवाला करोड़ों रुपया बचाकर उसे देशकी झोपड़ियोंमें बाँट दिया जाये। फुरसतके समय चरखा चलानेके लिए जबतक सारा राष्ट्र तैयार नहीं हो जाता तबतक मैं यह काम नहीं कर सकता। इस उद्देश्यको पूरा करनेके लिए कताईको गुजर-बसरका साधन बनानके बदले कर्त्तव्यके रूपमें लोकप्रिय बनानेके जो उपाय मैंने सुझाये हैं, उन्हें अपनाया जाना चाहिए।

[अंग्रेजीसे]
यंग इंडिया, १९–१–१९२१

 

१२२. अस्पृश्यताका पाप

यह ध्यान देने योग्य बात है कि विषय-समितिने[१] अस्पृश्यताके पापसे सम्बद्ध धाराको बिना किसी विरोधके स्वीकार कर लिया। यह भी सन्तोषकी बात कि इस राष्ट्रीय सभाने वह प्रस्ताव पास कर दिया, जिसमें कहा गया था कि स्वराज्यप्राप्तिके लिए हिन्दुत्वपर लगे हुए इस कलंकको मिटाना आवश्यक है। शैतान तो सिर्फ शैतानीमें सहयोग देनेवाले तत्त्वोंकी सहायतासे ही सफल होता है। हमें वशमें करनेके लिए वह हमेशा हमारे स्वभावकी कमजोरियोंका लाभ उठाता है। ठीक उसी तरह सरकार भी हमारी कमजोरियों अथवा दुर्गुणोंके बलपर ही हमें अपने वशमें रखे हुए है। अगर हम उसकी सारी साजिशोंको असफल करना चाहते हों तो हमें अपनी कमजोरियोंको दूर करना होगा। यही कारण है कि मैंने असहयोगको शुद्धीकरणकी एक प्रक्रिया कहा है। जिस समय यह प्रक्रिया पूर्ण होगी, उसी समय अपने लिए अनुकूल वातावरणके अभावमें यह सरकार भरभराकर बैठ जायेगी——ठीक उसी तरह जिस तरह गन्दे पानीके गढ़ोंको मिट्टी भरकर सुखा देनेपर, उसके आसपास मच्छर नहीं रह जाते।

  1. नागपुरमें आयोजित ३५वीं कांग्रेसकी विषय-समिति।