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१७७. भाषण : भिवानीके[१]हरियाना ग्रामीण सम्मेलनमें

१५ फरवरी १९२१

इसके बाद महात्मा गांधीने भाषण देते हुए कहा कि आपने असहयोग और मादक पदार्थोंके बारेमें जो प्रस्ताव पास किये हैं उनका आपको पूरा-पूरा पालन करना है। उन्होंने कहा, "मैंने देखा है कि लोग सिर्फ प्रस्ताव पास करके ही सन्तुष्ट हो जाते हैं और अपनी प्रतिज्ञाके पालनकी चिन्ता नहीं करते, यह एक बड़े दुर्भाग्यकी बात है। जो लोग प्रस्ताव पास करते हैं उनसे उसके पालनकी भी आशा की जाती है। पिछले सितम्बर मैंने घोषणा की थी कि आजसे एक वर्षके अन्दर ही स्वराज्य प्राप्त किया जा सकता है। पर इस घोषणाके साथ कुछ दूसरी शर्तें भी थीं। पहली अनिवार्य शर्त तो यह है कि उकसाये जानेपर भी लोग हिंसासे दूर रहें, उकसानेकी कोशिश चाहे सरकार करे, चाहे उनके अपने ही लोग। मेरा तो अहिंसा धर्म है; लेकिन यह बात सभीकी समझमें आ गई है कि हिसाके रास्तेसे आगे-पीछे कभी स्वराज्य प्राप्त करना सम्भव नहीं है।

दूसरी शर्त है परस्पर सहयोग। इसलिए अपने ही भाइयोंके साथ अछूतोंका-सा व्यवहार करना बेजा है। मैं अपने-आपको कट्टर हिन्दू मानता हूँ। हिन्दू धर्मसे मैंने तो यही सीखा है कि सभी मनुष्य मेरे भाई हैं और उन्हें भी मेरे समान आगे बढ़नेके अवसर और सुविधाएँ प्राप्त रहनी चाहिए। जबतक हम अपने लाखों देशवासियोंको अछूत मानते हैं तबतक हमें भी [ब्रिटिश] साम्राज्यमें अछूत बनकर दिन काटने पड़ेंगे। असहयोग शुद्धिका आन्दोलन है; इसलिए हमें भी अपनी सभी बुरी आदतें छोड़ देनी चाहिए। तीसरी शर्त है हर हालतमें विदेशी वस्त्रका पूर्ण बहिष्कार। इसका केवल एक ही तरीका है; वह यह कि हर घरके लोग कताईको कर्त्तव्य मानें और बच्चे, बूढ़े, स्त्री, पुरुष, सभी स्वेच्छया कमसे-कम एक सालतक अपने खाली समयमें कताई करें।

चौथी शर्त है, आर्थिक सहायता। हरएक जितना हो सके उतना धन दे। बिना धनके स्वदेशी प्रचार नहीं हो सकता और न राष्ट्रीय स्कूलों और कालेजोंको चलाया जा सकता है।[२]

मैंने इन कुछेक शर्तोका उल्लेख किया है क्योंकि ये सबपर समान रूपसे लागू होती हैं। कुछ शर्तों विशेष वर्गोंके लोगोंसे सम्बन्धित हैं। कांग्रेसने सिपाहियों या पुलिसके अधिकारियोंसे अपनी नौकरी छोड़नेके लिए तो नहीं कहा है; पर उसने यह आशा

  1. पंजाबके हरियाना प्रदेशका एक करवा; सम्मेलनकी अध्यक्षता लाला लाजपतरायने की थी।
  2. सम्मेलनमें गांधीजीको १८,००० रुपये तथा महिलाओंसे अनेक आभूषण प्राप्त हुए। इसके अतिरिक्त लोगोंने कोई ४२,००० रुपये देनेका बादा किया।