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प्रर्थनापत्र : उपनिवेश-मंत्रीको

प्रत्येक व्यक्ति सन्तुष्ट होकर घर लौट गया। समितिको यद्यपि जगह-जगह मुँहकी खानी पड़ी, फिर भी उसका दावा है कि नैतिक जीत उसीको हुई। मंत्री-वर्ग भी अपनी "एक ही भूमिका" पर नाचता रहा। और भारतीयोंको यद्यपि उतरने की इजाजत बिलकुल नहीं दी जानेवाली थी, फिर भी वे भीड़के छंटते ही एक-साथ उतर पड़े।—'नेटाल विटनेस', जनवरी, १८९७।

श्री वाइलीने डर्बनकी सभामें जो-कुछ श्री एस्कम्ब द्वारा शिष्टमण्डलसे कहा गया बतलाया था, उससे इनकार करनेकी तो बात ही क्या, उसके किसी हिस्सेका जिकतक नहीं किया गया। इसलिए यह बात लिखित रूपमें मौजूद है कि मंत्रियोंने निश्चय कर लिया था कि डर्बनमें तनिक भी दंगा हुआ तो भीड़का राज ही सर्वोपरि रहेगा। "हम गवर्नरसे जाकर कह देंगे कि शासनका सूत्र आपको अपने हाथोंमें लेना होगा।" सब जानते हैं कि नये आम चुनाव जल्दी ही होनेवाले हैं। परन्तु यह किसीने भी नहीं सोचा होगा कि कोई मंत्रिमण्डल केवल लोगोंके मत प्राप्त करने के लिए इतने नीचे उतर आयेगा कि किसी बड़े शहरको जनताको कानून तोड़ने की आजादी दे दे।—'नेटाल विटनेस', जनवरी, १८९७। यह नहीं हो सकता कि आप गिरमिटिया भारतीयोंको तो सैकड़ोंकी संख्यामें यहाँ बुलाते रहें और स्वतन्त्र भारतीयोंका आना बिलकुल बन्द कर दें; वरना आपको निराशाका सामना करना पड़ेगा-'प्रिटोरिया प्रेस', जनवरी, १८९७।

श्री वाइलीने भारतीय विरोधी आन्दोलनके पुरस्कर्ताओं और श्री एस्कम्बके बीच हुई बातचीतका जो विवरण दिया है, उसके अनुसार इस नामलेमें सरकारका रुख गम्भीर निन्दाका विषय हो सकता है। यद्यपि श्री वाइलीका बयान स्पष्ट शब्दोंमें था, फिर भी उससे स्पष्ट है कि समिति ऐसा काम करना चाहती थी जो कि कानूनके खिलाफ था। समितिने कहा था कि "हमारा खयाल है कि इस उपनिवेशको सरकारके प्रतिनिधि और अधिकारीके नाते हमारा विरोध करने के लिए आपको बलका प्रयोग करना पड़ेगा।" इसके उत्तरमें श्री एस्कम्बने कहा बतलाते हैं कि "हम ऐसा कोई काम नहीं करेंगे। हम आपके साथ हैं, और हम आपका विरोध करने के लिए कोई काम नहीं करेंगे। परन्तु यदि आप हमें ऐसी स्थितिमें डाल देंगे तो हम इस उपनिवेशके गवर्नरके पास जाकर कह देंगे कि उपनिवेशका शासन-सूत्र आप अपने हाथमें ले लीजिए। हम अब सरकारको नहीं चला सकते और आपको किन्हीं और आदमियोंकी तलाश करनी होगी।" इस बयानके अनुसार, सरकारने बहुत ही शोचनीय निर्बलता प्रकट की है। यदि किसी मंत्रीको यह खबर दी जाये कि कुछ लोग काननके खिलाफ कोई काम करना चाहते हैं तो उसे

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