पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 21.pdf/१६७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
१३७
भाषण : मद्रासके मजदूरोंकी सभा में

मेरी रायमें आपका रास्ता बिलकुल साफ और सीधा है। अगर मालिक लोग आपको फिरसे नौकरीपर लेना चाहते हैं तो आपको यह माँग करनेका हक और विशेष अधिकार है कि उनसे कहें कि या तो आप सबको लें या किसीको भी न लिया जाये। आप जिससे सलाह लेना पसन्द करें उससे लेनेका आपको हक है और मालिक लोग आपको आदेशके रूपमें यह नहीं कह सकते कि आप बाहरवालोंसे सलाह न लें। अपने संघके अध्यक्ष पदके लिए या सभापति पदके लिए आप जिसे चाहें -- चाहे वह व्यक्ति आपके संघका सदस्य हो अथवा बाहरवाला हो -- उसे चुननेका मौलिक अधिकार रखते हैं, इस बातको आप दृढ़तापूर्वक कहें और उसपर आग्रह करें। देशके मामलोंकी परिस्थितिका लिहाज रखते हुए आप कामपर वापस जाने की शर्तें निश्चित करनेका अधिकार रखते हैं। आपको ऐसी मजदूरी या तनख्वाह माँगनेका अधिकार है जो आपको जीवन-यापन करने, अपने बच्चोंको शिक्षा देने और अच्छे लोगोंकी तरह रहने योग्य बनाने में सहायक हो। आप उसी स्वच्छ पानी और स्वच्छ वायुके हकदार हैं जिसका उपयोग आपके मालिक करते हैं। आपको हक है कि आप इस बातका आग्रह करें कि आपको अवकाश और मनोरंजन पानेका अधिकार है। परन्तु आपको साथ-ही-साथ अपने कर्तव्य भी निभाने हैं। आपको अपने मालिकोंका काम अच्छे ढंग से और ईमानदारीके साथ करना चाहिए। आपको अपने मालिकोंकी सम्पत्तिकी देखभाल इस तरह करनी है जैसे कि वह सम्पत्ति आपकी अपनी ही हो। आपको एक भी कर्मचारीको अपने कामपर न जानेके लिए फुसलाना न चाहिए। आप बिना इजाजत गैरहाजिर न हुआ करें। इन सीधे और सरल अधिकारों और कर्त्तव्योंको एक बार समझ लेने पर अधिकारोंपर सदा दृढ़ रहना, और कर्त्तव्योंका पालन करते रहना चाहिए।

इसलिए जो दूसरा प्रश्न उठता है वह यह है कि यदि मालिक लोग आपको आपकी शर्तोंपर नौकरीपर वापस नहीं लेते तो आपको क्या करना चाहिए। अपने मालिकों के सामने अपनी बात विनयपूर्वक रख चुकने के पश्चात् उसके बारेमें आगे कुछ न सोचें। परन्तु आपको अपनी आजीविकाके लिए कुछ काम शुरू कर देना चाहिए। इसलिए मैंने अहमदाबादमें मिल-कर्मचारियों और असम-बंगाल रेलवे तथा रिवर स्टीम नेवीगेशन कम्पनीके कर्मचारियोंको यह सुझाव दिया है कि हमेशा उनके पास एक अतिरिक्त पेशा होना चाहिए, जिससे वे अपना काम चला सकें; और रुई धुनना, चरखेपर सूत कातना, करधोंपर बुनाई करना ही एक ऐसा काम है, जिसमें हमारे देशवासी हजारोंकी संख्यामें लग सकते हैं और जो काम उपयोगी भी हैं। ये तीनों काम जितने आसान हैं उतने ही सबके करने योग्य भी हैं। मैं आपको यकीन दिलाता हूँ और आपसे कहता हूँ कि एक अनुभवी कातने- बुननेवालेका आश्वासन मान लें। यदि आप इस काम में मेहनतके साथ कमसे कम आठ घंटे रोज लगायेंगे, तो आपमें से हर व्यक्ति लगभग एक रुपया रोज कमायेगा। कातनेवालेके रूपमें तो आप शायद प्रतिदिन तीन आने ही कमा सकेंगे। परन्तु एक पक्के बुनकर बनकर आप एक रुपया रोज पा सकेंगे। आपकी पत्नियाँ, बहनें, माताएँ, आपके सात-आठ सालके छोटे बच्चे इस तरहके काम द्वारा जीविका कमाने में आपके सहायक हो सकते हैं। आप जितने ज्यादा लोग