पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 21.pdf/३१०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
२७८
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

जब अन्यायी अपना स्वरूप बताता है, तब उसके सहयोगी बन जाते हैं। इसलिए जेल जानेकी तैयारीमें अपने-माल-मिल्कियतके जानेका डर छोड़ देना भी आ जाता है।

सच पूछो तो हम 'जेल' शब्दको दुःखका सूचक मानते हैं। जेल जानेकी तैयारीका अर्थ है, सरकार चाहे जितना उत्पीड़न करे उसे सहन करके भी उसके अधीन होनेसे इनकार करनेकी तैयारी। इसमें फाँसीकी तैयारी भी आ गई। फिर भी सामान्यतः हम फाँसीको जेलके अन्तर्गत नहीं गिनते। फाँसी लगनेका भय होने पर भी जो देशके सम्मान और धर्मकी रक्षा करनेके लिए तैयार हों, ऐसे कितने लोग हैं, यह अभी देखना है। हमें शुद्ध त्याग करना है। हमारी आत्मशुद्धिमें इतनी बातें तो कमसे-कम आती ही हैं।

१. स्वदेशी व्रतका पालन,

२. अस्पृश्यताका त्याग,

३. हर हालतमें सत्य और अहिंसामें दृढ़ निष्ठा, और

४. हिन्दू और मुसलमानोंमें मित्रता

मैं चाहता हूँ कि प्रत्येक कांग्रेस समिति और खिलाफत समिति अपना हिसाब इसी दृष्टिसे निकाले।

[गुजरातीसे ]
नवजीवन, ९-१०-१९२१

१२१. टिप्पणियाँ

दौरेकी समाप्ति

इन पिछले तेरह महीनोंमें हिन्दुस्तानमें जितनी यात्रा करनेका सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ है उतना शायद ही किसीको हुआ हो। यात्रा क्या थी, हिन्दुस्तानकी पूरी परिक्रमा ही थी। और खासकर मुझे तो यह तीर्थयात्राके जैसी ही मालूम हुई। पश्चिममें कराचीसे लेकर पूर्वमें डिब्रूगढ़तक और उत्तरमें रावलपिंडीसे लेकर दक्षिणमें तूतीकोरिन तक मैंने यात्रा की। इस अवसरपर मुझे लोगोंसे जो कुछ कहना-सुनना था सो सब मैंने कहा और सुना। अब कोई भी नई बात कहने-जानने लायक नहीं रह गई है। मैंने यह भी बता दिया है कि खिलाफत, पंजाबके प्रति न्याय और स्वराज्य प्राप्त करनेकी शर्तें क्या-क्या हैं। अब तो सिर्फ लोगोंको काम करना बाकी रहा है। लोग स्वदेशीको अपनायें और स्वराज्य लें। स्वदेशीके बिना स्वराज्य कभी नहीं मिल सकता।

हाँ, अब कहीं से भी, मेरे पास बुलावे नहीं आने चाहिए। अब तो मेरे लिए यही ठीक है कि मैं इन बाकी तीन महीनों में एक ही जगह बैठ कर सोचूँ-विचारूँ, लिखूं और शंकाएँ दूर करता रहूँ।

इन तीन महीनोंमें लोग बहुत कुछ काम कर सकते हैं। अगर लोग अपना मुँह बन्द कर लें और सिर्फ काम ही काम करते रहें तो अवश्य अपना उद्देश्य सफल कर सकते हैं। स्वराज्य बातें बनानेसे नहीं, केवल काम करनेसे ही मिलेगा।