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असहयोगका रहस्य

मत-प्रकाशनके और कार्य करनेके अधिकारमें हस्तक्षेप न होता हो। इसलिए इसका अर्थ यह है कि आमदनीके तमाम साधनों और खर्चपर हिन्दुस्तानका पूरा नियन्त्रण रहे और दूसरे देश उसके काममें हस्तक्षेप न करें और वह भी दूसरे देशोंके काममें हस्तक्षेप न करे।

९. जब स्वराज्य प्राप्त हो जायेगा तब आप क्या करेंगे?

मैं तो निश्चय ही बहुत लम्बी छुट्टी लेना पसन्द करूँगा और वह शायद बिलकुल उचित भी होगी।

१०. स्वराज्य प्राप्त हो जानेपर मुसलमानोंके राजनैतिक और धार्मिक हितों की रक्षा किस तरह की जायेगी?

उनके लिए किसी तरहकी रक्षाकी जरूरत नहीं रहेगी, क्योंकि हरएक हिन्दुस्तानी दूसरे हिन्दुस्तानीकी तरह ही आजाद रहेगा और उस हालतमें परस्पर सहिष्णुता, सम्मान और प्रेम होगा; इसलिए परस्पर विश्वास भी होगा।

११. क्या आप सचमुच यह मानते हैं कि १९२१के अक्तूबरकी ३१ तारीखतक या इस सालमें जो दिन आप मुकर्रर कर दें, उस दिन सरकार अपना बोरिया-बिस्तरा बाँधकर हिन्दुस्तान से रवाना हो जायगी?

सरकार तो एक प्रणाली है और मैं जरूर यह मानता हूँ कि अगर भारतके हिन्दू, मुसलमान, सिख, पारसी, ईसाई और यहूदी चाहें तो वह ३१ अक्तूबरसे पहले भी नष्ट की जा सकती है। मैं तो अब भी यह आशा करता हूँ कि वे इस वर्ष के समाप्त होने के पहले ही इसका नाश कर देंगे। लेकिन उस नई शासन-प्रणालीमें किसी भी अंग्रेजको, जो हिन्दुस्तानमें उसका वफादार नौकर बनकर रहना चाहेगा, हिन्दुस्तान छोड़ने की जरूरत नहीं होगी।

१२. क्या आप ऐसा खयाल नहीं करते कि सरकार इतनी कमजोर है कि वह आपके आन्दोलनको नहीं रोक सकती?

हाँ, मैं जरूर ही ऐसा मानता हूँ और वह दिनपर-दिन कमजोर होती जा रही है।

१३. अगर खुद आपके लड़केपर (ईश्वर न करे) राजद्रोहका नहीं, बल्कि खूनका मुकदमा चलाया जाये, तो क्या आप उसको बिना सफाईके ही रहने देंगे?

हाँ, वाकई मुझे भरोसा है कि ऐसा करनेका साहस मुझमें है। मैंने अपने कितने ही प्रिय मित्रोंको ऐसी सलाह देनेकी कठोरता की है। और मैं आन्ध्र जिलेके अपने एक प्रिय मित्रको यह सलाह दे भी चुका हूँ कि वे अपने दीवानी मुकदमेमें, जो उनपर केवल राजनैतिक द्वेषके कारण दायर किया गया है, हर्गिज सफाई न दें, चाहे उनकी तमाम कीमती जायदाद भी क्यों न चली जाये।

१४. अगर कोई व्यक्ति (मिसालके तौरपर) आपके लड़केके कुछ रुपये धोखा देकर ठग ले और रफूचक्कर हो जाये तो वह क्या करेगा?

मेरा लड़का अगर अच्छा असहयोगी है, तो निश्चय ही उन रुपयोंको उस चोरके पास छोड़ देगा। नौ महीने पहले मौलाना शौकत अलीके ६००) किसीने चुरा लिये