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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

एक महीनेतक काम सीखनेके बाद इससे आप एक रुपया रोज कमा सकेंगे। इसमें आप ज्यों-ज्यों कुशल होते जायेंगे त्यों-त्यों आपको अधिक मजदूरी मिलती जायेगी। इससे आप देशकी सेवा भी करेंगे। इसमें कुटुम्बीजनोंका बोझ भी नहीं रहेगा, क्योंकि इसमें वे भी आपकी सहायता कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त आपके इस साहसका प्रभाव लोकमतपर पड़ेगा और जो लोग आपका साथ छोड़ कर चले गये हैं वे भी आपके साथ आ जायेंगे। इसमें आपको दृढ़ताकी आवश्यकता अवश्य होगी। हमारे पूर्वजोंने प्रतिज्ञाके पालनपर बहुत जोर दिया है। महाराज दशरथने कहा था, 'रघुकुल रीति सदा चलि आई। प्राण जाहि पर वचन न जाई।'

आपमें से बहुतसे फिर रेलकी नौकरीमें वापस चले गये हैं । वे नासमझ हैं और कमजोर हैं। आप उन्हें गालियाँ देकर और मारपीट करके फिर नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर न करें। ऐसा करना आपका धर्म नहीं है। यदि आप अपनी प्रतिज्ञाको न छोड़ेंगे चुपचाप अपनी हड़तालको जारी रखेंगे, कताई और बुनाईसे अपना पेट भरेंगे और ईश्वर-स्मरणमें अपना जीवन बितायेंगे तो इससे उन्हें अपने-आप शर्म आयेगी और उन्हें लोकमत भी शर्म दिलायेगा।

[ गुजराती से ]
नवजीवन, १५-९-१९२१

१५. टिप्पणियाँ

रम्य असम

मैं ये टिप्पणियाँ महानद ब्रह्मपुत्रके तटपर बसे तेजपुरमें बैठा लिख रहा हूँ। तेजपुरका नाम किसी समय शोणितपुर था और कहा जाता है कि वह राक्षस बाणासुरकी, जिसकी पुत्री ऊषाका विवाह अनिरुद्धसे हुआ था, राजधानी थी। भक्तगण वह जगह भी दिखाते हैं जहाँ हरि और हरका संग्राम हुआ था। असमकी भूमिमें सुन्दर हरियाली ही हरियाली दीख पड़ती है। इस नदी के कुछ दृश्य तो इतने सुन्दर हैं कि उनसे बढ़कर संसारके किसी भाग के दृश्य शायद ही हों। मैंने टैम्स नदीके भव्य दृश्य देखे हैं परन्तु इस महान् नदीको, जिसके तटपर बैठा मैं ये पंक्तियाँ लिख रहा हूँ, प्रकृतिने जितने वैभवसे सजाया है उससे बढ़कर कोई दृश्य मुझे याद नहीं आता।

केवल उत्तरी असमकी जनसंख्या ३७ लाखसे अधिक है। असमकी प्रत्येक स्त्री जन्मजात बुनकर है। जिस असमिया लड़कीको बुनना न आता हो वह पत्नी बननेकी आशा नहीं रख सकती। और वह अपने बुने वस्त्रोंमें मानो परी देशका सौन्दर्य खींच लाती है। हमारे मेजबान श्री फूकेनने मुझे जो पुराने नमूने दिखाये उनका सौन्दर्य अद्वितीय था। उन सुन्दर नमूनोंको देखते हुए भारतके बीते गौरव और खोई कलाको यादकर मेरी आँखों में आँसू उमड़ आये। आँखोंको ठंडक पहुँचानेवाला, सौम्य रंगोंका ऐसा मधुर सामंजस्य विदेशकी भड़कीली बढ़िया साड़ियोंमें कहाँ मिलेगा ? असमके