९ मई, बुधवार
पिछले शनिवारको कर्नल मंडॉकने[१] मेरी जाँच-पड़ताल करके बताया कि सम्भवतः मुझे पेचिशकी शुरुआत है। रविवार से मेजरने मुझे ऐमेटीनका इन्जेक्शन देना शुरू किया। मंजर अलीको आये एक सप्ताह हो गया है। आज खबर मिली है कि इन्दुलाल[२] भी यहीं आ रहे हैं। आज मेजरने मुझे एन्ड्रयूजका पत्र दिया।
कल 'गीता निष्कर्ष' समाप्त किया।
१६ मई, बुधवार
कल इन्दुलाल आये। कर्नल मैडॉक मुझे एक बार फिर देख गये। आज हरबर्ट स्पेन्सरकी 'सोशियोलॉजी' समाप्त की। शिवराम फेरवानीकी 'सोशल ऐफीशिएन्सी' देख गया।
१९ मई, शनिवार
कल मुझे यूरोपीयोंकी जेलमें ले जाया गया। कल बा, राधा, मणि, लक्ष्मी (छोटी) और जमनालाल मुझसे मिलने आये। कल वाडियाकी 'मैसेज ऑफ मुहम्मद' समाप्त की तथा 'मैसेज ऑफ क्राइस्ट' पढ़ना शुरू किया। 'प्रश्नोपनिषद्' समाप्त किया।
२० मई, रविवार
'मुण्डकोपनिषद्' पढ़ना शुरू किया।
२१ मई, सोमवार
हसनकी 'सेन्ट्स ऑफ इस्लाम' समाप्त की। मोल्टनकी 'अर्ली जोरोस्ट्रियनिज्म' पढ़ना शुरू किया।
२७ मई, रविवार
कल काकाका 'हिमालय प्रवास' और 'सिख धर्मका इतिहास, भाग—३ समाप्त किया तथा चौथा भाग पढ़ना शुरू किया। चन्द्रशंकरका 'सीताहरण' पढ़ना शुरू किया। रॉल्फ एल्विनकी 'बार्स ऐंड शैडोज' पढ़ गया।
३१ मई, गुरुवार
मंगलवारको, छोड़े हुए चरखेको तेरह दिन बाद फिर हाथमें लिया। कल चन्द्रशंकरका 'सीताहरण' समाप्त किया। आज मोल्टनकी 'अर्ली जोरोस्ट्रियनिज्म' समाप्त की।