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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

मिट्टीकी पुलिटसके बारेमें लिखा है। अब उसकी जरूरत नहीं रह गई है क्योंकि घाव अच्छा हो गया है।

सबको प्रेम सहित,

आपका,
मो॰ क॰ गांधी

अंग्रेजी पत्र (एस॰ एन॰ ८६७१) की फोटो-नकलसे।
 

२८१. पत्र : एडवर्ड मर्फीको[१]

पोस्ट अन्धेरी
५ अप्रैल, १९२४

प्रिय मित्र,

आपकी शुभकामनाओंके लिए धन्यवाद।

आपने दो शब्द भेजने को कहा है। भेज रहा हूँ : सत्यकी खोजसे बढ़कर खोज नहीं है। उसमें सफलता पानेका एक ही साधन है और वह है अहिंसा—अपने शुद्धतम रूप में। हमने अभीतक उसकी उपेक्षा की है और यही कारण है कि हम जिसे सत्य मानते हैं उसे दूसरोंपर बलपूर्वक लादने की कोशिश करते हैं।

आपका मित्र,

एडवर्ड मर्फी महोदय,
मन्त्री, गांधी क्लब,
यंग मॅन्स क्रिश्चियन एसोसिएशन
न्यूबर्ग
न्यूयार्क, यू॰ एस॰ ए॰

अंग्रेजी पत्र (एस॰ एन॰ ८६७३) की फोटो-नकलसे।
  1. यह पत्र श्री एडवर्ड मर्फीके २७ फरवरी वाले पत्रके उत्तर में लिखा गया था। श्री मर्फीने अपने पत्र में लिखा था : चूँकि इस क्लबके साथ आपका नाम जुड़ा है इसलिए इसका उद्देश्य आपके जीवनसे सम्बन्धित सभी बातोंका अध्ययन करना और उनपर विचार करना हो जाता है। हम आपके जीवनका अध्ययन बड़े चाव से करते हैं और उसे बहुत आकर्षक पाते हैं।" (एस॰ एन॰ ८३८१)