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जेलके अनुभव - ७

मैं जानता हूँ कि ये शर्तें उन लोगोंके लिए मुश्किल हैं जो काम करना नहीं चाहते हैं, लेकिन उन लोगोंके लिए आसान हैं जो वाकई काम करना चाहते हैं । अगर कौमके चुनिन्दा प्रतिनिधि काम न करें तो कार्यक्रमको पूरा करने का कोई तरीका नहीं है ।

हमारे काम करने के तरीकों में बड़ी ढिलाई रही है। अब वक्त आ गया है कि हम अपनी ढोल-ढाल जरा कम करें। यह इल्जाम लगाया जाता है कि यह कार्यक्रम प्रेरणादायक नहीं है और सूत कातनेवालोंका मुल्क स्वराज्य नहीं पा सकता। इस इल्जामसे मैं डरता या घबराता नहीं हूँ; क्योंकि मैं जानता हूँ कि ठोस कामसे ज्यादा प्रेरणादायक और कोई चीज नहीं होती और अगर हमें इस देश से फाकाकशीका नामोनिशान मिटाना हो और आर्थिक दृष्टिसे स्वतन्त्र होना हो तो हमारे लिए एक बार फिरसे धुनियों, कतैयों और बुनकरोंकी कौम बने बिना कोई चारा नहीं है।

[ अंग्रेजीसे ]
यंग इंडिया, ५-६-१९२४

९७. जेलके अनुभव - ७'

सत्याग्रही कैदियोंका आचरण

पिछले प्रकरण के अन्तमें मैंने कुछ मित्रों द्वारा पेश की जानेवाली जो दलील दी है, वह विचारणीय है । किसी अन्य कारणसे नहीं तो कमसे कम इस कारण से अवश्य कि बहुत से लोग इस दलील में ईमानदारीसे विश्वास करते हैं और बहुतोंने १९२१ और १९२२ में, जब हजारों लोग जेल गये थे, इसके अनुसार आचरण भी किया था ।

पहली बात तो यह है कि जेलसे बाहर भी हमारा उद्देश्य सरकारको परेशान करना नहीं है । जबतक हमारा आचरण सही है, हमें इस बात से कोई मतलब नहीं कि सरकार परेशान होती है अथवा नहीं। हमारे असहयोगसे सरकारको जितनी परेशानी होती है, उतनी परेशानी तो और किसी चीजसे नहीं हो सकती। लेकिन, फिर भी हम वकीलों और विधायकोंके रूपमें असहयोग करते ही हैं, क्योंकि यह हमारा कर्त्तव्य है । मतलब यह कि अगर हमें यह मालूम हो कि असहयोगसे शासकोंको खुशी होती है तब भी हम असहयोग करेंगे ही। किसीको खुशी हो या नाराजगी, इस ओरसे हम इतने उदासीन इसलिए हैं कि हम मानते हैं, इससे अन्ततः हमारा अपना लाभ ही होगा । लेकिन जेलों में ऐसा असहयोग नहीं चल सकता । हम जेलोंमें अपने किसी स्वार्थपूर्ण उद्देश्य की पूर्ति करने नहीं जाते। वहाँ तो हमें सरकार अपराधी मानकर ले जाती है। इसलिए जिस प्रकार जेलोंसे बाहर हमारा यह काम है कि हम उदाहरण के लिए, सरकार के न्यायालयों या स्कूलों अथवा कौंसिलों या खिताबोंका बहिष्कार करके उसे यह दिखा दें कि हम इन संदिग्ध लाभोंके बिना भी अपना काम चलानेको तैयार हैं और इस तरह उसके मनका भ्रम दूर कर दें, उसी प्रकार जेलोंमें हमारा काम यह है कि