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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

हम श्री सी० वी० रंगम् चेट्टीसे आशा करते हैं कि वे किसी प्रकारकी सुरक्षाकी प्रतीक्षा किये बिना अपने कर्त्तव्य-स्थलपर वापस चले जानेका साहस दिखायेंगे। किसी भी सत्कार्यमें हमारा एकमात्र संरक्षक ईश्वर है। यदि उनकी हत्याकी नौबत आ जाये तो उन्हें खुशी-खुशी उसका भी सामना करना चाहिए। उससे यह अभिशाप तुरन्त मिट जायेगा। शर्त इतनी है कि उनका अपना आचरण बेदाग हो।

करघा: एक पैतृक सम्पत्ति

असमसे हाथ कता कुछ बहुत ही अच्छा सूत भेजते हुए श्री एन्ड्रयूजने लिखा है:

यह सूत एक आश्रमके छोटे-छोटे बच्चोंकी ओरसे भेजा जा रहा है। मैं अभी-अभी वहाँ गया हुआ था। इसका संचालन श्री फूकन और उनके सहयोगी कार्यकर्त्ता कर रहे हैं। आश्रम उन्हींके खूबसूरत मकानके पास है। आश्रमकी देखरेख उनकी बहन करती है और बच्चे ही वहाँके कुशल दस्तकार हैं। काश! आप अपनी आंखोंसे देखते कि वे सब वहाँ कितने प्रसन्न हैं। असममें एक चीज बहुत ध्यान देने लायक है; और उसे आप जानते हैं। हर विवाहित लड़कीसे अपने हाथों कपड़ा बुन सकनेकी अपेक्षा रखी जाती है इसी कारण आपने इस प्रान्तको 'भव्य असम' कहा। हर घरमें एक करघा है। ये हैंडलूम (करघे) अकसर 'हेयरलूम' (पैतृक सम्पत्ति) हुआ करते हैं--यहाँ मैंने अंग्रेजीका उसके मूल अर्थमें प्रयोग किया है; और हमें इससे उस समयके इंग्लैंडकी याद आ जाती है जब वहाँ भी कताई और बुनाई सुन्दर कलाओंके रूपमें प्रचलित थी। अब तो ये कलाएँ वहाँ हिब्रू लोगोंके बीच ही जीवित रह गई हैं। वे अब भी अपने घरेलू करघोंपर 'लेविस ट्वीड' के नामसे प्रसिद्ध, मजबूत और टिकाऊ कपड़ा तैयार करते हैं; यह पाश्चात्य संसारमें और कहीं नहीं होता। वहाँ लोग चरखा पाँवसे चलाते हैं, क्योंकि कताईमें उनको हाथोंसे ऊन पकड़नेकी जरूरत होती है। कताई करनेवाला तीन पैरोंके स्टूलपर बैठता है। पिछली बार जब मैं इंग्लैंड गया तो वहाँ मैंने अपने ही नगर बर्मिघमके सैली ओकमें चरखोंका उपयोग होते देखा, अन्तर इतना ही है कि यहाँ कातनेवाली कन्याएँ न होकर गृहिणियाँ थीं।...। मेरा खयाल है कि अब वह दिन आ रहा है जब ये विस्तृत कलाएँ पाश्चात्य संसारमें फिरसे अपना पुराना स्थान प्राप्त कर लेंगी। जैसे हाथके प्रेससे अब भी ऐसी सुन्दर छपाई की जाती है जैसी मशीन के प्रेससे असम्भव है, वैसे ही जब कभी सुन्दर और टिकाऊ चीजोंकी जरूरत होगी, हस्त कलाओंका पुनरुत्थान होगा।

अफीम

असममें अफीमकी स्थितिके बारेमें श्री एन्ड्रयूज लिखते हैं:

यह सुन्दर प्रान्त अफीमके अभिशापसे बुरी तरह ग्रस्त है। मुझे विश्वास है कि कांग्रेस इसके दुष्परिणामोंको पूरी जाँच-पड़ताल करेगी, ताकि अफीमसे