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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

मैं बहुत दुःख के साथ स्वीकार करती हूँ कि आखिरकार दक्षिण आफ्रिकामें बसे हुए आपके असंख्य बच्चोंके स्नेह बन्धनोंको तोड़कर मैं वापस आ रही हूँ यद्यपि वे मुझे अपनेसे अलग होने देनेके लिए तैयार नहीं थे ।

तीन महीने तक अनवरत व्यस्त रहने और यात्रा करनेके बाद जब में 'कारागोला' जहाजमें पहुँची तो मुझे लगा कि मैं जी-भरकर सोऊँ। मेरी नस-नसमें थकान भर गई थी और में शुरूमें कुछ दिनतक तो कुर्सीपर किसी निष्क्रिय-पिडकी तरह पड़ी रही, किन्तु अब बुखारके बावजूद (जो मेरा सच्चा साथी है) पूर्वी आफ्रिकामें एक महीना और काम करनेके लिए बिलकुल तैयार हूँ । में कल दारेसलाम में उतरूंगी, और टांगानिकाका दौरा समाप्त करके केनिया जाऊँगी। मैं केनियासे २ जुलाईको जहाजमें सवार होकर १२ जुलाईको बम्बई पहुँचूँगी। मैं जानती हूँ कि मुझे इसके बाद भी रोकने की कोशिश की जायेगी; किन्तु एक निजी कारणसे में अब निश्चयसे डिगूँगी नहीं। मेरी छोटी लड़की लम्बी छुट्टियोंमें ऑक्सफोर्डसे घर लौट रही है। मैंने उसे तीन सालसे नहीं देखा है; और आप तो मुझपर अच्छी माँ होनेका आरोप लगा चुके हैं ?[१]

[ अंग्रेजीसे ]
यंग इंडिया, ३-७-१९२४

'१७७. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सभी प्रस्ताव अन्यत्र दिये गये हैं। पहले प्रस्तावमें से सजा-सम्बन्धी अंश हट गया है। शिकस्तों में यह मेरी पहली शिकस्त थी । बहुमत से मैं धोखा नहीं खा सकता । बाहर चले जानेवाले स्वराज्यवादी सदस्योंका भी विचार करें तो निश्चयपूर्वक मेरी शिकस्त हो जाती है; इसे देखते हुए किसी नाम-मात्र के बहुमत से मैं सन्तुष्ट कैसे हो सकता था ? इसीलिए मैंने कमेटीसे निवेदन किया कि कमेटी से उठ जानेवाले सज्जनोंकी रायें भी गिन ली जायें और दण्ड सम्बन्धी अंश प्रस्ताव से निकाल दिया जाये ।

दूसरा प्रस्ताव भी अपने असली रूपमें नहीं रहा; लेकिन तत्त्वतः वह जैसाका तैसा है । उसमें अनुशासनकी कार्रवाई करनेका सिद्धान्त पूर्ववत् है ।

तीसरे प्रस्तावमें जो हुआ वह तो वास्तविक हार ही थी । मेरा अभीतक यही खयाल है कि कांग्रेसकी निर्वाचित-समितियाँ ही कार्यकारिणी समितियाँ हैं और इसलिए उनके सदस्य वे ही व्यक्ति होने चाहिए जो पूरे मनसे कांग्रेसके मौजूदा कार्यक्रमका समर्थन करते हों और जो उसमें बाधा डालने या उसे कमजोर बनाने के बजाय उसे पूरी तरह कार्यरूपमें परिणत करने के लिए तैयार हों। लेकिन संवैधानिक

  1. १. इसके बाद पत्रमें उनके अपने सामान और दक्षिण आफ्रिकामें मिले उपहारों और सहयात्रियोंका दिलचस्प वर्णन था ।